जुमा-जुमा दो हफ्ते पुरानी महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार में मंत्री पदों को लेकर खींचतान शुरू हो गयी है। हालत यह है कि मंत्री पद बंटने से पहले ही राज्य मंत्री बनाये गए अब्दुल सत्तार से शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
सत्तार, शिव सेना से ही ताल्लुक रखते हैं। कांग्रेस में भी मंत्री बनने और विभागों के बंटबारे पर खींचतान दिख रही है। नाराजगी की शुरुआत शनिवार को हुई जब एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन सरकार में हाल में राज्य मंत्री बनाये गए शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह केबिनेट मंत्री बनना चाहते थे लेकिन नहीं बनाए गए। नाराज सत्तार ने इस्तीफा देने का फैसला कर लिया।
शिव सेना नेता संजय राउत ने इसे मामूली बात कहते हुए कहा कि सब ठीक हो जाएगा। उनके मुताबिक ”यह शिवसेना नहीं, विकास अघाड़ी की सरकार है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की जाएगी, सब ठीक हो जाएगा।”
चर्चा है कि शिवसेना ही नहीं कांग्रेस के कुछ विधायक भी खफा हैं। मुख्यमंत्री रह चुके पृथ्वीराज चह्वाण नाराज नेताओं की पंक्ति में हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि विधायकों को मंत्रालयों में खपाने के लिए कुछ नए विभाग सृजित किये जा सकते हैं और इनपर हो। यह काम होते ही विभाग बाँट दिए जायेंगे। अभी तक एनसीपी मलाईदार विभाग लेने में आगे दिख रही है।