महाराष्ट्र के भाजपा-शिवसेना (शिंदे) की सरकार राज्य के सांगली क्षेत्र में चार साधुओं पर हमले की घटना के बाद विपक्ष, खासकर शिवसेना (उद्धव) के निशाने पर आ गयी है। अब यह मामला गरमा गया है क्योंकि पुलिस का कहना है कि उसे इस घटना की कोई जानकारी ही नहीं है। साधु उत्तर प्रदेश के एक अखाड़े के सदस्य बताये गए हैं।
यह घटना मंगलवार की है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सांगली जिले में भीड़ ने साधुओं पर तब हमला कर दिया जब उनपर बच्चा चोर होने का शक जताया गया। हमले में चार साधु बुरी तरह घायल हो गए हैं। इस हमले का एक वीडियो वायरल हो गया जिसके बाद यह घटना सामने आई।
सांगली के लवाना गांव के इस वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि भीड़ लाठियों से लैस है और एक दुकान के बाहर साधुओं की पिटाई कर रही है। उधर पुलिस ने इस तरह की किसी घटना के होने पर कहा कि उसे इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।
याद रहे 2020 में पालघर में साधुओं की हत्या के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भाजपा ने तब जबरदस्त हमला किया था और लगातार इस मुद्दे तो उठाया था। अब उसी के राज में यह घटना हो गयी है तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने सरकार को घेरा है। उसने उससे कार्रवाई करने की मांग की है।
पुलिस का कहना है कि उसे कोई शिकायत या औपचारिक रिपोर्ट नहीं मिली है, हालांकि, वायरल वीडियो को वह देख रही है और तथ्यों की पुष्टि कर रही है। पुलिस के मुताबिक जरूरी कार्रवाई की जाएगी।