महाराष्ट्र चुनाव के 12 हॉट सीट

महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों के नतीजे 24 अक्टूबर को मतगणना के साथ आएंगे। महाराष्ट्र में लड़ाई मुख्य तौर पर बीजेपी-शिवसेना महायुति और कांग्रेस-एनसीपी महाआघाड़ी के बीच है।एक नजर उन एक दर्जन कैंडिडेट्स पर जो महाराष्ट्र के हॉट सीटों के दावेदार हैं।

देवेंद्र फडणवीस (बीजेपी) – नागपुर दक्षिण-पश्चिम

इस दफा महाराष्ट्र के मुखिया देवेंद्र फडणवीस का मुकाबला कांग्रेस के आशीष देशमुख से है। फडणवीस पिछले दो चुनावों से इस सीट को जीतते रहे हैं और हैट्रिक का दावा कर रहे हैं। देशमुख बीजेपी के पूर्व विधायक हैं और पृथक विदर्भ राज्य की मांग करते रहे हैं। ‘ग्राम विकास का पासवर्ड’ नामक किताब लिख चुके देशमुख एमबीए फाइनेंस, पी एच डी हैं।

आदित्य ठाकरे (शिवसेना) – वरली

यह पहली दफा है जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनावी लड़ाई में शामिल हुआ है। युवा सेना के चीफ आदित्य ठाकरे, ठाकरे परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। 29 साल के आदित्य शिव सेना की छवि बदलने के पक्षधर हैं और युवाओं में काफी लोकप्रिय भी। सिनेस्टार दिशा पटानी से अपनी फ्रेंडशिप को लेकर भी वह चर्चा में रहते हैं।

अजीत पवार (एनसीपी)- बारामती

महाराष्ट्र की राजनीति के क्षत्रप शरद पवार के भतीजे अजीत पवार अपने गढ़ बारामती से चुनावी समर में हैं। कभी महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टरी के प्रबल दावेदार माने जाने वाले अजित पवार इस वक्त ईडी और अन्य मामलों में फंसे हुए हैं।

चंद्रकांत पाटिल (बीजेपी)- कोथरूड

महाराष्ट्र की राजनीति में दबदबा रखने वाले मराठों का एक चेहरा है चंद्रकांत पाटील और राज्य के मराठों को खुश रखने की कवायद भी। पाटिल महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष हैं। राज्य सरकार के कई मामलों को सुलझाने में माहिर माने जाते हैं।

पृथ्वीराज चव्हाण (कांग्रेस) सतारा कराड दक्षिण

अपनी साफ-सुथरी छवि के चलते महाराष्ट्र के मराठा चेहरा पृथ्वीराज चव्हाण 2001 में महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर बने। राजनीतिक विरासत रखने वाले चव्हाण, गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं ।

धनंजय मुंडे( एनसीपी) ,पंकजा मुंडे (बीजेपी)
परली

बीजेपी के दिवंगत कद्दावर नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे जहां एक ओर एनसीपी की ओर से परली विधानसभा सीट पर नजर लगाये हैं वहीं गोपीनाथ मुंडे की पुत्री पंकजा मुंडे भी बीजेपी की ओर से इस सीट को अपने हाथ से नहीं जाने देने की जिद्द में हैं। परली विधानसभा सीट में दोनों चचेरे भाई -बहन आमने-सामने हैं।

एकनाथ शिंदे (शिवसेना) – कोपरी-पाचपखापड़ी

एक सीधे-साधे ऑटो ड्राइवर से कैबिनेट मिनिस्टर तक का सफर तय करने वाले एकनाथ शिंदे 2004 2009 और 2014 में जीत का हैट्रिक बनाने वाले शिंदे की किस्मत का फैसला एक बार फिर 24 अक्टूबर को होगा ।

अशोक चव्हाण (कांग्रेस) – भोकर

महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर रह चुके अशोक चौहान को राजनीति विरासत में मिली है। चर्चित आदर्श घोटाले के चलते उन्हें नुकसान झेलना पड़ा था एक बार फिर वह मैदान में हैं।अशोक चव्हाण की पत्नी अमिता चव्हाण यहां से विधायक हैं। यहां से आज तक बीजेपी कभी चुनाव नहीं जीती है जबकि कांग्रेस 8 बार जीत चुकी है।

नवाब मलिक (एनसीपी) – अणुशक्तिनगर

समाजवादी पार्टी से जुड़ कर अपना राजनीतिक कैरियर शुरू करने वाले नवाब मलिक अब एनसीपी के वरिष्ठ नेता हैं और प्रवक्ता भी। खासकर उत्तर भारतीयों में उनकी अच्छी पकड़ है।

प्रदीप शर्मा( शिवसेना)- नालासोपारा

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से फेमस मुंबई पुलिस के रिटायर्ड अफसर प्रदीप शर्मा ने नालासोपारा के विधायक क्षितिज ठाकुर को चुनौती दी है। क्षितिज बहुजन विकास आघाडी चीफ हितेंद्र ठाकुर के बेटे हैं। हितेंद्र ठाकुर बाहुबली भाई ठाकुर के भाई हैंं। एक तरह से प्रदीप शर्मा ने भाई ठाकुर के साम्राज्य को चुनौती दी है।भाई ठाकुर के दाऊद के साथ गहरे संबंध रहे हैं।

नितेश राणे (बीजेपी) – कणकवली

# नितेश राणे महाराष्ट्र के पूर्व चीफ मिनिस्टर नारायण राणे के छोटे बेटे हैं।सीनियर राणे ने शिवसेना से बगावतकर पहले कॉन्ग्रेस और अभी-अभी बीजेपी ज्वाइन की है।नितेश आज बीजेपी कंडिडेट हैं,पिछली बार कांग्रेसी कंडिडेट के तौर उन्होंने बीजेपी कंडिडेट को हरा दिया था।

वारिस पठान (एआईएमआईएम)- भायखला

अभिनेता एजाज खान ने भायखला सीट से इंडिपेंडेंट कंडिडेट के तौर एआईएमआईएम के एमएलए वारिस पठान को चुनौती दी है। एजाज सोशल मीडिया में अपने बड़बोले पन से चर्चा में रहते हैं। वारिस पठान एक अच्छे प्रवक्ता के रूप में जाने जाते हैं और स्थानीय मुस्लिमों पर उनका बढ़िया प्रभाव है।