हाल ही में 17वें लोकसभा चुनाव में विजयी हुए 48 सांसदों में से 28 सांसदों के दामन दागदार हैं। महाराष्ट्र की 48 सीटों पर बीजेपी के 23,शिवसेना के18, एनसीपी के 5, कांग्रेस और वंचित आघाड़ी के एक-एक सांसद जीते हैं। सबसे ज्यादा सांसद बीजेपी- शिवसेना गठबंधन के हैं 41सांसद। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि 48 माननीय सांसदों में से 28 सांसदों के खिलाफ अलग-अलग तरह के आपराधिक मामले दर्ज हैं ।
महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर ) की रिपोर्ट के अनुसार 28 में से 15 सांसदों के खिलाफ संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से कई सांसदों के खिलाफ हत्या, हत्या करने की कोशिश, धमकाने और चोरी जैसे मामले दर्ज हैं।
बीजेपी के 13, शिवसेना के 11, एनसीपी के एक ,कांग्रेस के एक ,एम आई एम के एक और अन्य दल के एक कुल मिलाकर 28 सांसदो के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं ।
संगीन आपराधिक मामलों की संख्या इस प्रकार हैं बीजेपी- 6, शिवसेना- 5, एनसीपी 1 ,एमआयएम 1
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीपी के सांसद उदयनराजे भोसले के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं ।उनके खिलाफ 17 गंभीर और 44 छोटे-मोटे अपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे नंबर पर आते हैं मुंबई बीजेपी के सांसद गोपाल शेट्टी और शिवसेना के राजन विचारे। गोपाल शेट्टी के खिलाफ दो गंभीर और 29 छोटे-मोटे व राजन विचारे के खिलाफ 7 गंभीर और 16 छोटे-मोटे अपराध दर्ज है। यह बात दीगर है कि सांसदों ने उनके खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी इलेक्शन कमिशन को दी है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार वरिष्ठ सांसद नितिन गडकरी के खिलाफ पांच गंभीर और 5 छोटे-मोटे मामले दर्ज हैं। दिलचस्प बात ये है आपराधिक मामले महिला सांसदों के खिलाफ भी दर्ज हैं। जिनमें पूनम महाजन, प्रीतम मुंडे, भावना गवली और नवनीत कौर राणा का नाम भी शामिल है।