मुंबई : राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों में सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिकल वाहनों के उपयोग करने की बात कही ।उन्होंने कहा कि बिजली की बचत के लिए सौर ऊर्जा महत्वपूर्ण पर्याय है।
हॉटेल ट्रायडंट में आज स्कोपिंग मिशन फॉर सोलार रुफटॉप कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने आगे कहा कि, सौर ऊर्जा का उपयोग समय की जरूरत है.।इससे पानी और कोयले की बड़े पैमाने पर बचत होगी ही साथ साथ पर्यावरण की रक्षा भी होगी। क्योंकि इस तरह के बिजली उत्पादन में कार्बन का उत्सर्जन नहीं होगा।
पाटिल ने कहा कि राज्य नगर पालिका और महानगर पालिकाओं द्वारा लैंपोस्ट के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग के साथ साथ औद्योगिक क्षेत्रों में भी सौर ऊर्जा का उपयोग किए जाने से कार्बन उत्सर्जन रुकेगा जिसके चलते नागरिकों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
पेट्रोल- डीजल के वाहनों का उपयोग धीरे धीरे कम करने पर बल देते हुए कहा कि अब इलेक्ट्रिकल वह कल के उपयोग का समय आ गया है। इन वाहनों के चार्जिंग के लिए रास्तों पर जगह-जगह चार्जिंग प्वाइंट लगाए जाएंगे जिनका उपयोग नागरिक कर सकेंगे।
पाटिल ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से किसानों को बडे पैमाने पर सौर पंप दिए हैं, इससे बिजली की बड़ी मात्रा में बचत हुई है।
उनका कहना था कि सरकार के साथ-साथ आम नागरिक भी सौर ऊर्जा का प्रयोग करें तो आर्थिक बचत के साथ साथ पर्यावरण का रक्षण भी होगा।
पाटिल के अनुसार अबतक राज्य के सरकारी इमारतों में सौर ऊर्जा के उपयोग के जरिये 39 फीसदी तक ऊर्जा बचत की गई है।