महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को जबरदस्त झटका लगा है। कुल पांच सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा सिर्फ एक ही सीट जीत पाई। भाजपा को लगा झटका इसलिए भी बड़ा है कि उसके उम्मीदवार आरएसएस के गढ़ नागपुर के अलावा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर अमरावती में भी हार गए। कांग्रेस इस चुनाव में दो सीटें और उसका गठबंधन महाविकास अघाड़ी एक सीट पर जीतने में सफल रहे।
अमरावती में भाजपा की हार चौंकाने वाली है क्योंकि यह उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो भाजपा के राष्ट्रीय बोर्ड के सदस्य भी हैं, का गढ़ माना जाता है। नागपुर तो आरएसएस का गढ़ है, जहाँ भाजपा हार गयी। इस हार से भाजपा के भीतर खलबली मच गयी है। नागपुर में शिक्षक सीट से महाविकास आघाडी (कांग्रेस) के सुधाकर आडबाले ने भाजपा उम्मीदवार नागो गाणार को हरा दिया।
अमरावती की स्नातक सीट पर भाजपा ने पूर्व मंत्री और फडणवीस के करीबी माने जाने वाले रणजीत पाटील बुरी तरह हार गए। उन्हें महाविकास आघाडी के धीरज लिंगाडे ने पटखनी दी। सीट पर मुकाबला कड़ा रहा हालांकि, कांग्रेस-एमवीए उम्मीदवार धीरज लिंगाडे जीत गए और एमएलसी रंजीत पाटिल को हार झकलनी पड़ी।
उधर नागपुर शिक्षक निर्वाचन सीट से एमवीए समर्थित उम्मीदवार सुधाकर अदबाले ने जीत दर्ज की। अदबाले ने भाजपा समर्थित उम्मीदवार नागोराव गनारा को हराया। आरएसएस गढ़ में भाजपा को हार से बड़ा झटका लगा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता यही से लोकसभा आते हैं। कांग्रेस ने दावा किया है कि नागपुर में भाजपा की लगातार हार से साफ है कि जनता उससे दूर जा रही है।
इस बीच कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के ज्ञानेश्वर म्हात्रे जीतने में सफल रहे जिन्होंने बलराम पाटिल को हराया। बलराम पाटिल महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार थे।