महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार आज होगा। दुनिया भर के प्रमुख नेता लंदन पहुँच गए हैं। अंतिम संस्कार के लिए व्यापक प्रबंध किये गए हैं। भारत की तरफ से राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू इसमें हिस्सा लेंगी।
ज्यादातर नेता रविवार शाम तक लंदन पहुँच गए। किंग चार्ल्स तृतीय ने बकिंघम पैलेस में दुनियाभर के इन नेताओं की आगवानी की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले कल महारानी के पार्थिव शरीर पर फूल अर्पित कर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।जापान के सम्राट नारुहितो और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी महारानी को श्रद्धांजलि दी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन के साथ लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में ब्रिटिश झंडे से लिपटे ताबूत की ओर एक गैलरी में खड़े होकर खुद को क्रॉस किया और अपने दिल पर हाथ रखा।
बकिंघम पैलेस जाने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि महारानी ने सेवा की धारणा का अनुपम उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उन्हें उनकी मां की याद दिला दी।
शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करने के बाद बाइडेन ने कहा – ‘इंग्लैंड के सभी लोगों, यूनाइटेड किंगडम के सभी लोगों, अब हमारा दिल हम सबसे जुदा हो रहा है, आप सौभाग्यशाली रहे कि 70 साल तक आपने उनका सानिध्य पाया, हम सबने उनका प्यार पाया क्योंकि दुनिया उनके लिए बेहतर थी।’
भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, जो अंतिम संस्कार में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, ने भी महारानी को अंतिम श्रद्धांजलि दी। उन्होंने महारानी को एक दयालु महिला बताया जिनका सामजिक विकास में खासी रुचि थी।