मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल का निधन हो गया है। चंचल (80) कुछ समय से विमार थे और उनका दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था और यहीं शुक्रवार उनका निधन हुआ। उनके कई भजन बहुत ज्यादा लोकप्रिय हुए। पीएम मोदी और लता मंगेशकर सहित कई हस्तियों ने चंचल के निधन पर शोक जताया है।
चंचल ने कई फिल्मों के लिए भी पार्शव गायन किया। इनमें बॉबी, बेनाम और रोटी कपड़ा और मकान जैसी फ़िल्में शामिल हैं। ‘चलो बुलावा आया है’ और ‘ओ जंगल के राजा मेरी मैया को लेके आजा’ जैसे उनके भजन बहुत ज्यादा लोकप्रिय हुए।
उन्हें माता का अनन्य भक्त माना जाता था और वे वैष्णों देवी मंदिर में भी कई कार्यक्रम कर चुके हैं। चंचल हर साल 29 दिसंबर को वैष्णों देवी जाते थे और साल के आखिरी दिन परफॉर्म भी करते थे।
उनका जन्म 16 अक्टूबर, 1940 को अमृतसर के नमक हांडी में हुआ था। उनका पालन पोषण बहुत ही धार्मिक वातावरण में हुआ और बहुत संघर्ष के बाद उन्हें बॉलीवुड में काम मिला। चंचल ने अपनी बायोग्राफी ‘मिडनाइट सिंगर’ भी लिखी जिसमें उन्होंने अपने संघर्ष का विस्तृत जिक्र किया है।
चंचल वैसे तो देवीमां के भक्ति गीतों के लिए जाने-जाते थे लेकिन उन्होंने बॉलीवुड में भी कई हिट गानों को आवाज दी। चंचल को ‘बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर’ का ‘फिल्मफेयर अवॉर्ड’ भी मिला। बॉलीवुड में उनकी गायकी की शुरुआत ऋषि कपूर की फिल्म ‘बॉबी’ से 1973 में हुई। इसके बाद ‘बेनाम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘अवतार’ जैसी फिल्मों में उनके गाए गाने फेमस हुए। इसके बाद उन्होंने खुद को भजन गायकी की तरफ मोड़ लिया और इसी में रम गए।
लता मंगेशकर का ट्वीट –
@mangeshkarlata
मुझे अभी पता चला की बहुत गुणी गायक, मातारानी के भक्त नरेंद्र चंचल जी का आज स्वर्गवास हुआ। ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ। वो बहुत अच्छे इंसान थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। मैं उनको विनम्र श्रद्धांजली अर्पण करती हूँ।