पश्चिम बंगाल में भाजपा की हार और तृणमूल कांग्रेस की जीत कई लोगों को हजम नहीं हो रही है या कुछ लोग कुछ और ही करने पर आमादा हैं। चुनाव प्रचार के दौरान हमने देखा है कि यूपी के मुख्यमंत्री जैसे पद पर आसीन लोगों के बयान बेहद जहरीले रहे हैं। इसका खामियाजा या अंजाम तो शायद उन्होंने नहीं सोचा होगा, लेकिन इसका असर चुनाव नतीजों के बाद अब भी जारी है। इस बीच आरोप और प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है।
केंद्र सरकार ने जहां गृह मंत्रालय की एक टीम पश्चिम बंगाल रवाना की है तो केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन के काफिले पर वीरवार सुबह हुए हमले के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोला। ममता ने कहा कि चुनाव हो गए, रिजल्ट आ गया, लेकिन भाजपा के मंत्री हार मानने को तैयार नहीं हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में गृह मंत्रालय की टीम और केंद्र सरकार के मंत्री दौरे कर रहे हैं और यहां आकर हिंसा फैला रहे हैं। भाजपा के नेता इधर-उधर घूम रहे हैं। वे लोगों को भड़का रहे हैं। नई सरकार को आए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए और वे पत्र भेज रहे हैं। भाजपा अब भी जनता के फैसले को स्वीकार नहीं कर पा रही है। ममता ने कहा कि भाजपा चुनाव के बाद भी जनादेश को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। मेरा उनसे आग्रह है कि वे जनता के फैसले को स्वीकार करें।
ममता ने तंज कसा कि एक टीम राज्य के दौरे पर आई थी, यहां पर चाय पिए और लौट गए। मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि अब अगर केंद्रीय मंत्री आते हैं तो उन्हें स्पेशल फ्लाइट्स के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट भी लानी पड़ेगी। नियम सभी के लिए समान होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के बार-बार राज्य में आने के कारण यहां कोरोना संक्रमण और फैल रहा है।