सीएम ममता बनर्जी ने नंदीग्राम की सीट जीत ली है। उन्हें 1200 मतों से जीत मिली है। उन्होंने भाजपा के सुबेन्दु अधिकारी को हरा दिया है। बंगाल के चुनाव में भाजपा के पीएम मोदी और अमित शाह जैसे नेताओं सहित सारी ताकत झोंक देने के बावजूद टीएमसी नेता ममता बनर्जी उसपर बहुत भारी पड़ी हैं और अब तक के रुझानों में वहां भाजपा को करारी मात मिली है। टीएमसी अब तक 207 सीटों पर आगे हैं जबकि भाजपा 80 के आसपास सिमटती दिख रही है। केरल में लेफ्ट फ्रंट की फिर जीत हुई है और वह 90 सीटों पर आगे है जबकि असम में भाजपा (77) और तमिलनाड में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन 140 सीटों के साथ सत्ता में पहुँच रहा है। ममता को इस जबरदस्त जीत के बाद देश के सभी बड़े विपक्षी नेताओं ने बधाई दी है।
अभी सारे नतीजे घोषित नहीं हुए हैं, लेकिन रुझानों में साफ़ हो गया है कि कौन कहाँ जीत रहा है। बंगाल पर देश ही नहीं, पूरी दुनिया की नजर थी। भाजपा ने कोविड के भयंकर प्रकोप के बावजूद अपनी सारी ताकत वहां झोंक दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां 17 के करीब चुनाव रैलियां कीं जबकि अमित शाह तो बंगाल का पूरा चुनाव प्रबंधन खुद देख रहे थे। भाजपा के कमोवेश सभी केंद्रीय मंत्री चुनाव प्रचार में पहुंचे लेकिन उसे 100 का आंकड़ा भी नसीब होता नहीं दिख रहा।
अभी तक के रुझानों में टीएमसी को बंगाल में 207 सीटों के आसपास जीत मिलती दिख रही है। टीएमसी ने 2016 में भी 211 सीटें जीती थीं। इस तरह भाजपा उसके वोट बैंक में कोई सेंध नहीं लगा पाई। इस चुनाव में बंगाल में सबसे बुरा हाल लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का हुआ जिसे अभी तक सिर्फ एक सीट पर बढ़त दिख रही है।
केरल में लेफ्ट मोर्चे ने फतह हासिक की है और उसे 90 सीटों पर बढ़त है। कांग्रेस गठबंधन को वहां 44 सीटों पर बढ़त है।
असम में भाजपा फिर सरकार बना रही है। उसे वहां 77 जबकि कांग्रेस गठबंधन को 48 सीटों पर बढ़त है। तमिलनाड में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन 141 सीटों के साफ़ बहुमत के साथ आगे है और उसकी सरकार बनना तय है। केंद्र शासित पुडुचेरी में 12 सीटों के साथ भाजपा गठबंधन बहुमत के पास है। कांग्रेस 4 ही सीटों पर आगे है। ममता को इस जबरदस्त जीत के बाद देश के सभी बड़े विपक्षी नेताओं ने बधाई दी है।
अभी सारे नतीजे घोषित नहीं हुए हैं, लेकिन रुझानों में साफ़ हो गया है कि कौन कहाँ जीत रहा है। बंगाल पर देश ही नहीं, पूरी दुनिया की नजर थी। भाजपा ने कोविड के भयंकर प्रकोप के बावजूद अपनी सारी ताकत वहां झोंक दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां 17 के करीब चुनाव रैलियां कीं जबकि अमित शाह तो बंगाल का पूरा चुनाव प्रबंधन खुद देख रहे थे। भाजपा के कमोवेश सभी केंद्रीय मंत्री चुनाव प्रचार में पहुंचे लेकिन उसे 100 का आंकड़ा भी नसीब होता नहीं दिख रहा।
अभी तक के रुझानों में टीएमसी को बंगाल में 207 सीटों के आसपास जीत मिलती दिख रही है। टीएमसी ने 2016 में भी 211 सीटें जीती थीं। इस तरह भाजपा उसके वोट बैंक में कोई सेंध नहीं लगा पाई। इस चुनाव में बंगाल में सबसे बुरा हाल लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का हुआ जिसे अभी तक सिर्फ एक सीट पर बढ़त दिख रही है।
केरल में लेफ्ट मोर्चे ने फतह हासिक की है और उसे 90 सीटों पर बढ़त है। कांग्रेस गठबंधन को वहां 44 सीटों पर बढ़त है।
असम में भाजपा फिर सरकार बना रही है। उसे वहां 77 जबकि कांग्रेस गठबंधन को 48 सीटों पर बढ़त है। तमिलनाड में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन 141 सीटों के साफ़ बहुमत के साथ आगे है और उसकी सरकार बनना तय है। केंद्र शासित पुडुचेरी में 12 सीटों के साथ भाजपा गठबंधन बहुमत के पास है। कांग्रेस 4 ही सीटों पर आगे है। ममता को इस जबरदस्त जीत के बाद देश के सभी बड़े विपक्षी नेताओं ने बधाई दी है।