मनोरंजन के असीम आकाश का नया चमकता सितारा

जैसे-जैसे समय गुज़र रहा है, हर दिन नई टेक्नोलॉजी से हमारी दुनिया और तेज़ी से बदल रही है. पिछले 30-35 सालों में हमारे जीवन में जितने परिवर्तन आए हैं, उन्होंने हमारा जीवन हमेशा के लिए बदल कर रख दिया है. टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट की हर एक तक पहुँच हमें उस मुकाम पर ले आई है जहाँ हम अगर ये कल्पना करें कि टीवी के आने से पहले हमारा जीवन कैसा था और हम रोज़ क्या करते थे, तो शायद हमें ऐसा लगेगा कि वो पिछले जन्म की बात है. मोबाइल और इंटरनेट के कारण अब मनोरंजन के इतने साधन हैं कि उन्हें इस्तेमाल करने के लिए 24 घंटे भी कम पड़ते हैं.

मनोरंजन के अनंत आकाश में एक और नया चमकता सितारा उभरा है-नेटफ्लिक्स. भारत में अभी नेटफ्लिक्स की सक्रिय सब्सक्राइबर संख्या 5 लाख है जो वैश्विक लिहाज से बहुत कम है. अभी ये बड़ी सेलिब्रिटीज और युवा वर्ग की पसंद है, पर इसकी लोकप्रियता के कारण वो दिन दूर नहीं जब ये बड़े स्तर पर घर-घर देखा जाने लगे. जब मनोरंजन के इतने विकल्प मौजूद है तो हर नए साधन को कुछ नया और अनोखा करना होता है ताकि वो औरों से अलग अपनी पहचान, पहुँच और मुकाम बना सके. नेटफ्लिक्स में भी ऐसा ही कुछ है.

नेटफ्लिक्स दरअसल एक सेवा-प्रदाता मीडिया कंपनी है, जिसके कार्यक्रम दर्शकों के द्वारा हर महीने कुछ देय शुल्क देकर कंप्यूटर या मोबाइल पर देखे जाते हैं. इसमें लाइव टीवी शो, फिल्में और वीडियो देखे जा सकते हैं. पर इसमें कुछ ऐसा अनोखा है कि इसकी सब्सक्राइबर संख्या अब तक पूरी दुनिया के 190 देशों में 14 करोड़ तक पहुँच चुकी है. इसमें जो प्रोग्राम देखे जाते हैं, वो डीवीडी क्वालिटी के होते हैं और कंप्यूटर एवं तेज़-गति के प्रोसेसर वाले मोबाइल फोन के कारण बड़ी तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

नेटफ्लिक्स की शुरुआत एक ऑनलाइन डीवीडी स्टोर के रूप में हुई थी. पर बाद में इसमें मुख्य रूप से मौलिक टीवी श्रृंखला और फिल्में बनने और देखी जाने लगी. अब वीडियो-ऑन-डिमांड कंपनी का मुख्य उत्पाद हो गया है. नेटफ्लिक्स का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ज्यादा व्यस्त दर्शक वर्ग अपनी पसंदीदा फिल्में और टीवी प्रोग्राम्स डीवीडी क्वालिटी में नियत समय पर नहीं बल्कि उनकी खुद की सुविधा के समय देख सकते हैं और वो भी एक के बाद एक एपिसोड बिना विज्ञापनों के. जो लोग अपने पसंदीदा अमेरिकन-ब्रिटिश कार्यक्रमों के नए एपिसोड सारी दुनिया के साथ सबसे पहले देखना चाहते हैं, वो भी अब नेटफ्लिक्स को सब्सक्राइब करके ऐसा कर रहे हैं.

भारत में मोबाइल फोन, इंटरनेट-उपभोक्ता और कंप्यूटरों की बहुत बड़ी संख्या होने के कारण भारत नेटफ्लिक्स की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है और निकट भविष्य में कंपनी की भारत में मौलिक भारतीय प्रोग्राम बनाने और भारत में अपनी सेवा विस्तार करने के लिए बड़े निवेश करने की योजना है. भारत में नेटफ्लिक्स की दर अभी 500-800 रूपए मासिक है, जो नेटफ्लिक्स की अमेरिकी दरों के तकरीबन बराबर है पर भारत के लिहाज से वो बहुत ज्यादा है. भारत में सेंसरशिप और धीमा इंटरनेट भी नेटफ्लिक्स की राह में रुकावट है. भारत के कोने-कोने तक अपनी पैठ बनाने के लिए नेटफ्लिक्स को अपनी दरें कम करने और ज्यादा से ज्यादा कार्यक्रम स्थानीय भाषाओं में तैयार करने की आवश्यकता है.

नेटफ्लिक्स के बढ़ते इस्तेमाल के कुछ नुकसान भी है. हम भारतीय यूँ भी रोज़ मोबाइल और कंप्यूटर पर वीडियो देखने में बहुत ज्यादा समय व्यतीत करते हैं. इसके कारण भारतीयों में थकान, अवसाद और आँखों की समस्याएं बढऩे लगी है. गैजेट्स का सीमित उपयोग किया जाना चाहिए. समय के साथ टेक्नोलॉजी के बेतहाशा बढ़ते इस्तेमाल के कारण ये जरुरी है कि हम कुछ घंटे सभी गैजेट्स से दूर खेल के मैदान में गुज़ारें. खुद को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए ताज़ी हवा में व्यायाम आवश्यक है. ये ना सिर्फ हमें स्वस्थ रखेगा बल्कि हमे अनावश्यक तनाव और अवसाद से भी बचाएगा. अपने नियमित काम के बाद कुछ समय हमें खुद को भी देना होगा जिसमें हम अपनी रूचि के अनुसार संगीत, गायन, चित्रकारी, बागवानी, लेखन और पठन भी कर सकें.

(लेखक तकनीकी मामलों के जानकार हैं)