मध्य प्रदेश में जबरदस्त सियासी हलचल मची हुई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा उसकी सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद -फरोख्त कर रही है।कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा आलाकमान की शह पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान यह सारा षड्यंत्र रच रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि भाजपा ने सत्तारूढ़ दल के १० विधायकों को बंधक बनाया है लेकिन उनमें से कुछ पार्टी में लौट आये हैं और सरकार को कोइ ख़तरा नहीं है। यह सब घमासान तब शुरू हुआ है जब राज्यसभा के चुनाव बिलकुल पास हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी कहा है कि उनकी सरकार को कोइ ख़तरा नहीं है। कांग्रेस के एक मंत्री ने कहा है कि खरीद फरोख्त की भाजपा की कोशिशों की रेकार्डिंग है और भाजपा को एक्सपोस किया जाएगा।
कांग्रेस ने भाजपा पर ”हॉर्स ट्रेडिंग” का आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने उसके विधायकों को बंधक बना लिया है। हालांकि, यह भी दावा किया है कि इनमें से काफी विधायक वापस लौट आये हैं क्योंकि उन्हें धोखे से ले जाया गया था। भाजपा ने इस तरह के आरोपों को गलत बताया है।
सत्तारूढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के सदस्य दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी ने गुरुग्राम के एक होटल में १०-११ विधायकों को रखा था। उन्होंने कहा – ”इनमें से छह से सात विधायकों को भाजपा के कब्जे से मुक्त करा लिया गया है। अब सिर्फ चार विधायक ही भाजपा के पास हैं।” उधर गुरुग्राम में रात भर सियासी ड्रामा दिखा। वहां कुछ विधायक होटल में रुके थे।
यह सब घमासान तब शुरू हुआ है जब राज्यसभा के चुनाव बिलकुल पास हैं।