मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी ने भी पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को रविवार सुबह सौंपा। इस्तीफा तत्काल मंजूर कर लिया गया। इसके महज एक घंटे के बाद ही राहुल सिंह भाजपा में शामिल हो गए। इस साल मार्च से लेकर 26 विधायक कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
इस बीच, चर्चा है कि एक और कांग्रेस विधायक पार्टी को छोड़ सकते हैं। प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिनमें से 25 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने से खाली हुई हैं। वहीं, तीन सीटें विधायकों के निधन के बाद रिक्त हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में राहुल भाजपा में शामिल हुए। राहुल लोधी दमोह सीट से पहली बार विधायक बने थे, जिन्होंने भाजपा के जयंत मलैया को हराया था। राहुल बड़ामलहरा से भाजपा उम्मीदवार प्रद्युम्न सिंह लोधी के चचेरे भाई हैं। प्रद्युम्न भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। तब राहुल ने ऐलान किया था कि कांग्रेस ने ही उन्हें राजनीतिक रूप से सक्षम बनाया है, इसलिए वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहेंगे। परिस्थितियां कैसी भी आ जाएं, वह कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ेंगे।