जैसे –जैसे सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे सर्दी से सम्बधित बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सर्दी – जुकाम के अलावा सर्दी में अस्थमा रोगियों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है। अस्थमा रोगियों के लक्षण और कोरोना रोगियों के लक्षण एक जैसे होने से लोगों में कोरोना के नये स्वरूप ओमिक्रोन होने का भय सता रहा है।
दिल्ली –एनसीआर सहित देश के कई राज्यों में अस्थमा रोग जैसे पीड़ित मरीजों की संख्या दिन व दिन बढने से लोगों में तो हड़कंप मचा हुआ ही है। इस बारे में गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ डाँ प्रवीण भाटिया ने बताया कि सर्दी के मौसम को तो वैसे तो हेल्दी मौसम कहा जाता है।
लेकिन यह मौसम हार्ट रोगियों अस्थमा रोगियों और मधुमेह रोगियों के लिये काफी घातक माना जाता है।डाँ प्रवीण भाटिया का कहना है कि सारी बीमारियों की जड़ मधुमेह है। मधुमेह होने से हार्ट रोग, किड़नी रोग और नेत्र रोग जैसी बीमारियां बढ़ती है। इसलिये समय रहते मधुमेह रोग को नियत्रित रखें । समय-समय पर जांच करवाते रहे। वजन को काबू रखें। क्योंकि मोटापा रोग से पीड़ित मरीजों को मधुमेह रोग की शिकायत ज्यादा होती है।
मधुमेह और मोटापा से बचाव के लिये नियमित व्यायाम करें और तलीय पदार्थो का सेवन कम से कम करें।डाँ प्रवीण भाटिया ने बताया कि जागरूकता के अभाव में बच्चों तक में मधुमेह की शिकायत तेजी से बढ़ रही है। इसकी मुख्य वजह खान –पान में अनियमितता है। उन्होंने बताया कि समय रहते अगर मधुमेह पर काबू पाने का प्रयास नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में तेजी से मधुमेह सभी वर्ग के लोगों को अपनी चपेट में ले लेगी।