मणिपुर घटना पर पीएम, गृह मंत्री और स्मृति ईरानी इस्तीफा दें : नेटा डिसूजा

मणिपुर में दो कुकी महिलाओं की घटना के विरोध में महिला कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। हिंसाग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में 4 मई की इस घटना ने देश भर में गुस्सा भर दिया है। महिला कांग्रेस ने मांग की है कि इस शर्मनाक घटना पर इसकी जिम्मेवारी लेते हुए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मंत्री स्मृति ईरानी को इस्तीफा दे देना चाहिए।  

याद रहे मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसके बाद सियासत गरमा गई है। इस वीडियो के मुताबिक दो कुकी महिलाओं की पहले पिटाई की गयी फिर उन्हें निर्वस्त्र कर घुमाया गया।

मणिपुर में कुकी महिलाओं के साथ यौन हिंसा की दिल दहला देने वाली इस घटना के खिलाफ महिला कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने कहा – ‘यदि ये सरकार सही में देशहित में सोचती है तो महिलाओं के प्रति अपने फर्ज को दिखाते हुए पीएम, गृह मंत्री और संबंधित मंत्री अपने पदों से इस्तीफा दें’।


डिसूजा ने कहा – ‘महिला कांग्रेस नेता ने कहा कि इस जघन्य अपराध की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी, स्मृति ईरानी और गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए।

जितने दोषी मुख्यमंत्री हैं उतने ही दोषी पीएम मोदी भी हैं। अगर पीएम पहले चुप्पी तोड़ते तो ये हालत नहीं बनते। मणिपुर के मुद्दे पर इंडिया चुप नहीं बैठेगा।‘

उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि  ‘मणिपुर में जो हुआ है वह बेहद शर्मनाक है। ये पूरे देश को शर्मसार करने जैसा है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहना चाहता हूं कि वो मां और बेटी की सुरक्षा के लिए सदैव सजग रहें।’

बता दें, कुकी महिलाओं से जुड़ी यह घटना 4 मई की कांगपोकपी जिले में बी फीनोम गांव की है। एक पीड़ित महिला के मुताबिक उन्होंने सुना कि मैतेई भीड़ पास के गांव में घरों को जला रही है, तो उनका परिवार और अन्य लोग गंदगी वाली गली से भाग निकले। लेकिन भीड़ ने उन्हें ढूंढ़ लिया।

इस मामले में महिलाओं के रिश्तेदारों की तरफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमें उसने बताया एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार भी किया गया था। वहीं पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर 18 मई को कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज की गई है। मणिपुर में कुकी और मैतेई इन दो जातीय समुदायों के बीच चल रही लगातार हिंसा को 78 दिन हो गए हैं। इसमें लगभग 100 लोगों की मौत और कई लोग बेघर हो गए है।