हाल में संसद के दोनों सदनों से 27 सदस्यों को वेल में आने और नारेबाजी करने के आधार पर सदन से निलंबित कर दिया गया था। इसका विरोध करने के लिए यह सांसद अब संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास डेरा जमा कर धरना दे रहे हैं और मच्छरों के ज्यादा परेशान करने के बाद पिछली रात इनमें से कुछ ने वहीं मच्छरदानी तान के रात बिताई।
विरोध कर रहे निलंबित सांसदों में 23 राज्यसभा जबकि 4 लोकसभा के सदस्य हैं। यह सभी जनप्रतिनिधि बुधवार सुबह 10 बजे के बाद से लगातार संसद भवन में धरना देते हुए टिके हैं। उनकी मांग निलंबन वापस लेने की है।
इन सांसदों को जब संसद भवन में गांधी प्रतिमा के पास धरने के दौरान जब मच्छरों ने काफी परेशान किया तो यह सभी मच्छरदानी तान कर सोए। यह जगह ओपन स्पेस है लिहाजा वहां मच्छरों की भरमार है।
टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा – ‘सही है कि संसद भवन में मच्छर बहुत हैं। लेकिन मच्छर हमारे एजेंडे में नहीं। महंगाई और जीएसटी जैसे जनता से जुड़े मुद्दे हमारे एजेंडे में हैं। जहाँ तक रात को नींद आने की बात है तो खुले आकाश में कैसी नींद आती है यह कहने की जरूरत नहीं है।’ वरिष्ठ टीएमसी सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने भी इसकी एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है।
धरना दे रहे सांसदों में आप के संजय सिंह, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन, सुष्मिता देव और मौसम बेनजीर मच्छरदानी तान कर सोते दिखे। इससे पहले सांसद मच्छर भगाने वाली क्वायल जला कर सोये थे। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने उनका ऐसा एक वीडियो ट्वीट किया जो काफी वायरल हुआ। वीडियो में उनके हाथ पर मच्छर बैठा और वहां क्वायल जला दिख रहा था।
टैगोर ने इस ट्वीट में लिखा – ‘संसद में मच्छर हैं, लेकिन विपक्षी सांसद डरते नहीं हैं। मनसुख मंडाविया जी कृपया संसद में भारतीयों का खून बचाएं। अदानी तो बाहर खून चूस ही रहे हैं।’
संजय सिंह ने धरने को लेकर कहा – ‘निलंबन के बाद संसद में धरने की ये दूसरी रात है। आज धर्मपत्नी ने यह मच्छरदानी भेजी है तो राहत मिली है। लेकिन गुजरात के उन 75 परिवारों का क्या जिनके घरों से अर्थियां उठ गईं ? कई के छोटे बच्चे अनाथ हो गए, कई के घर में वो अकेले कमाने वाले थे। लोगों की काफी शिकायतों के बावजूद जहरीली शराब पूरे गुजरात में कैसे बनाई जा रही है ? गुजरात में तो पूर्ण शराबबंदी है !’