मोदी सरकार में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत अपने बेतुके बयान को लेकर चर्चा में हैं। इससे पहले उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी इसी तरह का बयान देकर सुर्खियां बटोर चुके हैं। दरअसल, जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह से कोरोना मरीज के तीमारदार मदद मांगने के लिए पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री सोमवार को जोधपुर के अस्पतालों में व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे। एमडीएम अस्पताल में मरीज के परिवार की दो महिलाओं ने इस दौरान उनसे मदद मांगी। इस पर शेखावत ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा, डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं, आप बालाजी महाराज को नारियल चढ़ा देना, भगवान सब ठीक कर देंगे। यह कहकर मंत्री जी आगे खिसक गए। इस बयान से तो ऐसा लगता है कि सब कुछ भगवान भरोसे ही चल रहा है।
राजस्थान में भी कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। जोधपुर में संक्रमितों की संख्या नए रिकॉर्ड बना रही है। अस्पतालों में लगातार बेड्स की संख्या बढ़ाने के बावजूद सभी पूरी क्षमता से भरे हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार को यहां पिछले एक दिन में 1,412 नए मरीज सामने आए हैं। तमाम व्यवस्थाओं के दावों के इतर मरीज हलकान हैं।
राजस्थान में कोरोना से बचने के लिए लगाई गईं तमाम पाबंदियों के बावजूद गत एक हफ्ते में करीब एक लाख नए मरीज सामने सामने आए हैं। यहां 12 से 18 अप्रैल के बीच संक्रण्मा की औसत दर 14.80% थी, जो पिछले हफ्ते 19 से 25 अप्रैल के बीच बढ़कर 20.31% पर पहुंच गई।यानी संक्रमण में काबू पाने के बजाय तेजी से इजाफा दर्ज किया जा रहा है। राजय में पिछले 24 घंटे में अब तक के रिकॉर्ड 15,809 केस आए हैं, वहीं 74 लोगों की मौत हुई।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने माना कि महात्मा गांधी अस्पताल में डॉक्टरों के साथ बैठक में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की शिकायतें मिली हैं। ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं कि इंजेक्शन किसी और मरीज के नाम से जारी किया जा रहा है और दिया किसी और को जा रहा है। ऐसे में अफसरों को सख्त निगरानी रखने को कहा गया है। इस बात की तस्दीक होनी चाहिए कि जो भी इंजेक्शन जिस मरीज के नाम से आए उसी को ही लगे।
महाराष्ट्र में घटने लगे कोरोना मरीज, सभी को लगेगा मुफ्त टीका
देश में कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र से अच्छी खबर आ रही है। महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार ने ऐलान किया है कि अब 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना टीका मुफ़्त लगाया जाएगा। इसके अलावा मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
महाराष्ट्र में राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 66,191 नए केस मिलना एक चिंता का सबब बना हुआ है। हालांकि इसी दौरान 61,450 संक्रमितों ने कोरोना को मात दी और 832 लोगों ने जान गंवाई। वहीं राज्य से बड़ी संख्या में कामगार भी लौट गए हैं। एक आंकड़े के मुताबिक पिछले दस दिनों में करीब दस लाख लोग महाराष्ट्र से अपने गृह राज्यों में वापसी कर चुके हैं।
इस बीच, ऑक्सीजन की किल्लत भी मरीजों की सांसें अटका रही है। पिछले करीब एक हफ़्ते से इस समस्या का अभी तक पूरी तरह से निदान नहीं किया जा सका है। हालांकि तमाम कोशिशें और देशों की मदद से अब इस ओर तेजी से काम हो रहा है। उम्मीद है कि अगले एक दो दिन में ऑक्सीन आपूर्ति की समस्या से निजात मिल जाएगी। सोमवार को मुंबई से सटे ठाणे के वेदांत अस्पताल में 3 मरीजों की मौत हो गई है। इसकी वजह ऑक्सीजन न मिलने की वजह बताया जा रहा है। इस बीच, पुलिस और ठाणे नगर निगम के बड़े अधिकारी अस्पताल पहुंच गए और अस्पताल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई।
अकेले महाराष्ट्र में करीब सात लाख कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है। दुनिया भर के आंकड़ों के हिसाब से देखें तो राज्य चौथा ऐसा स्थान बन गया है जहां सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज हैं। महाराष्ट्र से ज्यादा सक्रिय मरीज सिर्फ अमेरिका, ब्राजी और फ्रांस में ही हैं। भारत में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 28 लाख को पार हो चुकी है, जो दुनिया में दूसरे नंबर पर है।
बंबई नगर निगम के मुताबिक, मुंबई के कुल संक्रमित मरीजों में से 87 फीसदी मरीज बिना लक्षण वाले हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं है। मुंबई में 18 अप्रैल को कोरोना के बढ़ने की दर 1.53% थी, जो अब घटकर 1.17% पर आ गई है। निगम की ओर से बताया गया कि सभी 24 वॉर्डों में कोरोना वृद्धि दर दो फीसदी से कम है। आठ वार्डों में यह दर एक फीसदी से भी कम है।