बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में एक आरोपी पूर्व मंत्री मंजू वर्मा को कोर्ट ने पहली दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मंजू वर्मा ने मंगलवार सुबह ही आत्मसमर्पण किया था।
टीवी रिपोर्ट्स में बताया गया कि आत्मसमर्पण के बाद पुलिस ने उन्हें स्थाननीय कोर्ट में पेश किया जहाँ से उन्हें पहली दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गौरतलब है कि मंजू वर्मा आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में आरोपी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ समय पहले ही बिहार सरकार को फटकार लगाई थी कि उसे यह भी मालूम नहीं कि उनकी एक मंत्री कहाँ हैं। दिलचस्प यह है की मंजू वर्मा कोर्ट में बुरखा पहनकर एक ऑटो में पहुँची।
मंजू ने बेगूसराय के मंझौल मंडल के न्यायालय में समर्पण किया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। मंजू मामला सामने आने के बाद से ही फरार थीं। मंजू के आत्मसमर्पण और गिरफ्तारी की पुष्टि बिहार पुलिस ने की है।
पुलिस अब उनको रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। मंजू से पहले उनके पति ने भी इसी मामले में कोर्ट में सरेंडर किया था। मंजू वर्मा बिहार की समाज कल्याण मंत्री थीं और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा था। मंजू के पैतृक घर से हथियार मिलने के बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उनके घर के बहार उनकी फरारी को लेकर इश्तिहार भी चपकाये गए थे।
मंझौल के न्यायालय ने वर्मा के खिलाफ धारा ८२ और धारा ८३ के तहत पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया था।