बहुत लम्बे आरसे के बाद यह पहला मौका था जब पोडियम पर दो भारतीय खिलाड़ी एक साथ खड़े थे। मंजीत स्वर्ण पदक और जिनसन जॉनसन रजत पदक के लिए। उधर पीवी सिंधु बैडमिंटन के फाइनल में हार गयी जिससे उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा। भारत के एशियन खेलों में अब तक ९ स्वर्ण हो गए हैं। पुरुष हॉकी के पूल ‘ए’ के आखिरी मैच में भारत ने श्रीलंका को 20-0 से बुरी तरह हराया। मैच में कभी भी श्रीलंका भारत के लिए चुनौती पेश नहीं कर पाया। भारत एशियाई खेलों के 10वें दिन 9 स्वर्ण, 18 रजत और 22 कांस्य पदकों के साथ 9वें स्थान पर काबिज है।
एशियाई खेलों में भारत को नौवां गोल्ड मेडल मिला पुरुष वर्ग के 800 मीटर ट्रैक में। मंजीत सिंह ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। उनके साथ भारत के ही जिनसन दूसरे स्थान पर रहे और सिल्वर मेडल भी देश के लिए जीता। शुरुआत में मंजीत पीछे थे लेकिन अंत में उन्होंने पूरा जोर लगाते हुए सभी अन्य धावकों को पीछे छोड़ दिया। मंजीत ने 1.46.15 का समय लेते हुए अन्य प्रतिभागियों को कोई मौका नहीं दिया।
शुरुआत में पीछे चल रहे मंजीत चौथे स्थान पर थे। अंतिम 50 सेकण्ड में उन्होंने अपना पूरा दमखम लगाते हुए गोल्ड जीतकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। जिनसन जॉनसन भी शुरू में तीसरे नम्बर पर थे लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपना अभियान दूसरे स्थान पर समाप्त किया।
बैडमिंटन फाइनल में पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता। वे फाइनल में ताइ चु यिंग से हार गई। सिंधु को भले ही हार मिली लेकिन वो एशियाड में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
भारत ने महिला कंपाउंड आर्चरी में भी सिल्वर मेडल जीता है। वे फाइनल में वर्ल्ड चैंपियन साउथ कोरिया से हार गए। भारतीय टीम आखिर पलों मे लड़खड़ा गई और 231-228 से हार गई। भारत को आखिरी शॉट में 10s की जरूरत थी लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाए। पुरुष आर्चरी टीम को भी फाइनल में हार मिली और वो गोल्ड से चूक गई।
उधर पुरुष आर्चरी टीम को भी सिल्वर मेडल मिला। इसके पहले हिमा दास और दुती चंद दोनों ने महिला 200 मीटर के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। दुती ने अपनी हीट में टॉप करके क्वालीफाई किया वहीं हिमा ने लकी लूज़र के तौर पर क्वालीफाई किया।
पुरुष टेबल टेनिस टीम ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा। भारत ने पहली बार एशियन गेम्स में मेडल जीता। वहीं कुराश में पिंकी बलहारा ने सिल्वर मेडल जीता और मलाप्रभा को ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ। अनस, पूवाम्मा, हिमा दास और राजीव अरोकिया ने मिक्स्ड रिले रेस में सिल्वर मेडल जीता जबकि ४ गुना ४०० मीटर रिले रेस में भी भारत ने रजत ही जीता।