पवार परिवार में सत्ता के चलते आए बिखराव से आहत शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अपने भाई अजीत पवार को डेप्युटी चीफ मिनिस्टरी छोड़ने का अनुरोध किया है।
सुप्रिया रिक्वेस्ट करती है- ‘सत्ता के लिए परिवार में बिखराव मत आने दीजिए, आप कुछ भी करिए लेकिन उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दीजिए।’
महाराष्ट्र की राजनीति में आए अनएक्सपेक्टेड ट्विस्ट के चलते महाराष्ट्र को झटका लगा ही है ,साथ-साथ एनसीपी पार्टी व पवार परिवार को भी व्यक्तिगत तौर पर गहरा धक्का लगा है। शनिवार की सुबह एनसीपी के अजीत पवार अपने विधायकों के साथ महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी के पास पहुंचे और बीजेपी के साथ गठबंधन बनाते हुए महाराष्ट्र के डिप्टी चीफ मिनिस्टर पद की शपथ ली। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के दूसरी बार चीफ मिनिस्टर बन गए।
खबर जंगल में आग की तरह फैलती चली गई। बीजेपी के खेमे में खुशी छा गई बधाइयों का तांता लग गया।लेकिन इस नये राजनीतिक समीकरण का सबसे गहरा सदमा एनसीपी चीफ शरद पवार को लगा। पवार को अपनी सफाई में कहना पड़ा कि उन्हें अजित पवार के इस कदम के बारे में जानकारी नहीं थी और यह अजीत पवार का निजी फैसला था। आहत सुप्रिया सुले ने अपने स्टेटस में जो लिखा उससे वह भाई के इस कदम से कितनी आहत थी समझा जा सकता है। उन्होंने लिखा ‘family and party Splits’ यानी परिवार और पार्टी टूट गई।
सुप्रिया सुले ने कहा कि हमारे परिवार के बारे में सारा महाराष्ट्र जानता है। सत्ता के खेल के लिए हमारे परिवार में फूट नहीं पड़नी चाहिए। आपको जो चाहिए उस पर चर्चा की जा सकती है। उपाय जरूर निकलेगा लेकिन आप इस्तीफ़ा देकर वापस लौट आईए।
बहन सुप्रिया के इस अनुरोध पर अजीत पवार की तरफ से क्या रिस्पांस आया है यह पता नहीं चल पाया है। लेकिन चाचा पवार ने अजित पवार को पार्टी के विधायक दल नेता के पद से चलता कर दिया है। इतना ही नहीं सुबह अजीत पवार के साथ शपथ विधि में उपस्थित विधायकों ने भी चाचा पवार के साथ रहने की बात दोहराई है। दूसरी ओर अजीत पवार को मनाने की कोशिशें लगातार चलती रहीं। उधर शिवसेना ने बीजेपी के इस तरह से सरकार बनाने के प्रयास को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। शिवसेना एनसीपी कांग्रेस का दावा है कि महाराष्ट्र में सरकार उन्हीं की बनेगी। महाराष्ट्र में सत्ता की नौटंकी फिलहाल चल ही रही है ।