देश के कई हिस्सों में फरवरी के आखिरी हफ्ते में अचानक तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश समेत ओडिशा से लेकर राजस्थान तक में गर्मी का अहसास होने लगा है। भुवनेश्वर में तो तामपान 40 डिग्री को छू गया, जबकि जोधपुर में 35 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। मेरठ में भी पारे ने रिकाॅर्ड तोड़ दिया है।
मौसम विभाग से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले 10 साल में फरवरी माह में इतना तापमान नहीं रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गर्मी का असर खासतौर से देखा जा रहा है। इसके पीछे वजह विशेषज्ञ पश्चिमी विक्षोभ को मान रहे हैं, जिसकी वजह से कुछ जगह बूंदाबांदी भी हुई है। पर तापमान से राहत मिलती नहीं दिा रही है।
सुबह होते ही धूप के साथ धूल भरी हवाएं चलनी शुरू हो जाती हैं। लोग और शर्ट और टी-शर्ट में घूमने लगे हैं। वर्ष 2021 की फरवरी में दिन का तापमान पिछले सालों से कुछ ज्यादा तल्ख है। पश्चिमी यूपी में पारा 32 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबकि पिछले10 सालों में देखें तो फरवरी वर्ष 2018 में तापमान 31 डिग्री रहा था। 20 से 26 फरवरी तक मौसम के ट्रेंड को देखें तो अधिकतम तापमान सामान्य से औसतन पांच से छह डिग्री ज्यादा रहा है।
वहीं, राजस्थान के जोधपुर में अब पश्चिमी व दक्षिणी हवाएं चलने से अधिकतम तापमान शुक्रवार को 35.6 डिग्री पहुंच गया, वहीं न्यूनतम तापमान भी पिछले दो दिनों में 16 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। यही कारण है की सुबह व शाम की ठंड खत्म हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मौजूदा हालात में तो तापमान में लगातार बढ़ोतरी की संभावना है। लेकिन पहली मार्च व उसके आसपास तापमान में हल्की गिरावट आएगी। जोधपुर का अधिकतम तापमान में तीन दिनों में करीब तीन डिग्री बढ़ गया है। खास बात यह है कि दिन गर्म हैं पर रात में हल्की ठंड घुली हुई है। न्यूनतम तापमान ज्यादातर शहरों में अब 15-17 डिग्री के आसपास चल रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक मार्च से तापमान में आंशिक गिरावट दर्ज किए जाने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट हो सकती है। तीन और चार मार्च को हल्के बादल छाए रहेंगे। बारिश की संभावना हाल फिलहाल नहीं है।