जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी ने केंद्रीय कैबिनेट के नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी देने के बाद मोदी सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि भाजपा नीत एनडीए सरकार मुस्लिम समुदाय के साथ भेदभाव करती है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के ट्विटर हैंडल से पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी सना इल्तिजा जावेद ने ट्वीट के जरिये हमला बोला। उन्होंने लिखा-भारत में मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं हे। सना ने यह ट्वीट कैबिनेट की बैठक द्वारा नागरिकता संशेाधन बिल की मंजूरी के बाद किया। चूंकि 5 अगस्त से पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती हिरासत में हैं, इसलिए इस ट्विटर का संचालन उनकी बेटी सना ही कर रही हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से घाटी के प्रमुख राजनीतिक दलों के करीब 400 नेता नजरबंद या जेल में हैं।
नागरिकता संशोधन बिल के मुताबिक, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के आने वाले अल्पसंख्यों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। इसमें मुसलमानों को अलग रखा गया है। विपक्षी दलों ने भी मुसलमानों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। हालांकि, केंद्र ने अपने फैसले का बचाव करते हुए दावा किया कि इससे पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को ‘सताया’ गया है, जिससे उनकी मदद करनी जरूरी है।
पहली बार नहीं है कि जब महबूबा मुफ्ती या उनकी बेटी ने सरकार पर मुसलमानों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। इससे पहले भी कह चुकी हैं कि देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल प्रदेश से सत्ता पर काबिज होने के लिए ही इसके दो टुकड़े किए गए और परिसीमन किया गया। बता दें कि 5 अगस्त के बाद राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राज्य के पूर्व तीन मुख्यमंत्रयों महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला समेत तमाम राजनेता अहतियायतन नजरबंद हैं। यहां तक कि पूर्व सीएम और वर्तमान लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला को पीएसए के तहत घर पर ही गिरफ्तार किया गया है।