वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रेखला भारत ने आसानी से 2-0 से जीत ली। हैदराबाद में खेले गाए दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने मेहमान टीम को 10 विकेट से पराजित कर दिया। पहली पारी में 311 रन बनाने वाली वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में मात्र 127 रन ही बना पाई। पहली पारी में भारत ने 367 रन बना कर वेस्टइंडीज से 56 रन की बढ़त हासिल कर ली थी। भारत को जीत के लिए दूसरी पारी में 75 रनों की ज़रूरत थी जो उसके सलामी बल्लेबाजों पृथ्वीशाह (33) और केएल राहुल (33) ने बना लिए। भारत को नौ एक्सटाऊ रन भी मिले। मैच में 10 विकेट लेने वाले तेज़ गेेंदबाज उमेश यादव को ‘मैन ऑफ दा मैचÓ चुना गया।
उमेश यादव एक मैच में 10 विकेट लेने वाले तीसरे तेज़ गेंदबाज हैं। इससे पूर्व कपिल देव (11 विकेट) ने 1980 के चेन्नई टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ यह कारनामा किया था। इसके 19 साल बाद 1999 में जवागल श्रीनाथ ने पाकिस्तान के ही खिलाफ कोलकत्ता में 13 विकेट लिए थे।
दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मेहमान टीम के लिए रोस्टन चेज़ ने शतक (106) जमाया और जैसोन होल्डर ने 52 रन की सहासिक पारी खेली। इनके अलावा शाव होप (36) और शेन डॉरिच (30) ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। इन चारों के सहयोग से वे अपना स्कोर 311 तक ले जाने में सफल रहे। भारत के लिए उमेश यादव ने 26.4 ओवर में 88 रन दे कर छह विकेट झटके। कुलदीप जाधव को तीन और रविचंद्रन अश्विन ने एक विकेट लिया।
इसके बाद भारत ने पृथ्वीशाह (70) अजिंके रहाणे (80) और ऋषभ पंत (92) के शानदार खेलके बदौलत 367 रनों का स्कोर खड़ा किया। इस प्रकार उसे पहली पारी के आधार पर 56 रनों की बढ़त हासिल हो गई। इस स्कोर में अश्विन के 35 और कप्तान विराट कोहली के 45 रन भी शामिल हैं।
इस समय तक मैच बराबरी की स्थिति में था। दूसरी पारी शुरू होते ही हालात बदल गए। वेस्टइंडीज के दोनों बल्लेबाज क्रेग ब्राथवेट और केरेन पावेल बिना खाता खेले पेवलियन लौट गए। ब्राथवेट ने दो और पावल ने नौ गेंदे ही खेली। होप (28) और सुनील अंबरिस (38) ने लडऩे का थोड़ा जज़्बा दिखाया पर पूरी टीम उमेश यादव की स्विंग और फिरकी गेंदबाजों रविंद्र जडेजा(तीन) अश्विन (दो) और कुलदीप जाधव (एक) का शिकार बन गई। उमेश को चार विकेट मिले। अब जीत के लिए भारत को मात्र 73 रन बनाने थे जो उसने मात्र 16.1 ओवर में बिना कोई विकेट खोए बना लिए।
पहला टेस्ट
इस से पूर्व पहला टेस्ट मैच राजकोट में खेला गया। इसमें मेहमान टीम टिक ही नहीं पाई। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 149.5 ओवर में नौ विकेट पर 649 रन बना कर पारी घोषित कर दी। भारत के इस स्कोर में तीन बल्लेबाजों पृथ्वीशाह (134), विराट कोहली(139) और रविंद्र जडेजा (100) ने शतक जमाए। पहला टेस्ट खेल रहे शाह ने अपनी पहली ही टेस्ट पारी में शतक बना डाला। इससे पूर्व- हमुंत सिंह, कृपाल सिंह, लाला अमरनाथ, दीपक शोधन, अब्बास अलीबेग,जीआर विश्वनाथ, सुरेंद्र अमरनाथ, मोहम्मद अजहरूदीन, प्रवीण आमरे, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, शिखर धवन, और रोहित शर्मा ने अपने पहले ही टेस्ट में शतक जमाया था। भारत का यह एक बड़ा स्कोर था। इस पारी में वेस्टइंडीज के सभी गेंदबाज प्रभावहीन साबित हुए। उनकी तरफ से देवेदं्रा बीशू ने 54 ओवर में 217 रन देकर चार विकेट लिए। लुईस को दो विकेट मिले।
इस बड़े स्कोर का पीछा करना आसान नहीं था। चेज़ (53) और कीमो पॉल (47) को छोड़ कर कोई भी बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल सका और पूरी टीम 181 रन पर आउट हो गई। भारत के लिए अश्विन ने चार, और मोहम्मद शमी ने दो विकेट लिए। उमेश यादव, रविंद्र जडेजा और कुलदीप जाधव को एक-एक विकेट मिला।
फालोआन करते हुए वेस्टइंडीज कोई बेहतर काम नहीं कर पाई। केरेन पावेल ने ज़रूर 83 रन की पारी खेली पर बाकी बल्लेबाज कुछ काम नहीं कर पाए और पूरी टीम 196 रनों पर ढ़ेर हो गई। इस पारी में भारत के फिरकी गेंदबाज कुलदीप यादव ने 57 रन दे कर पांच विकेट लिए। रविंद्र जडेजा को तीन अश्विन को दो विकेट मिले। इस प्रकार भारत ने यह टेस्ट मैच एक पारी और 272 रनों से जीत लिया।