लगातार दो मैच हारने और भारत के साथ मुकाबले से ऐन पहले तेज गोलंदाज डेल स्टेन के विश्व कप से बाहर हो जाने के बाद दक्षिण अफ्रिका आज अतिरिक्त मनोवैज्ञानिक दबाव के बीच भारत के साथ मैदान में उतरेगी। बतौर कप्तान विराट कोहली के लिए विश्व कप में जीवन का यह पहला मैच है और उनके नेतृत्व में भारतीय टीम पूरे शवाब में दिख रही है। टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है।
तीन बजे ये मुकाबला साउथैम्पटन के रोज बाउल स्टेडियम में ३ बजे शुरू होगा। पिच पर घास नहीं है और यह बल्लेबाजों को मदद करेगी, ऐसा कहा गया है। मौसम विभाग ने बादल छाये रहने और बारिश की सम्भावना जताई है।
वन डे में दूसरे नंबर की टीम, भारत के पास मैच विजेता खिलाड़ियों की कमी नहीं और इनमें से ज्यादातर फ़ार्म में भी दिख रहे हैं। कोहली के अंगूठे में दो दिन पहले जो चोट लगी थी उससे कोहली उबर चुके हैं और मैच में जलवा बिखेरने के लिए लालायित हैं।
कोहली को आजके दौर के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिना जाता है। बतौर कप्तान भी उनका रेकॉर्ड बेहतरीन रहा है। हाँ, विश्व कप में उनकी कप्तानी की परीक्षा ज़रूर होनी बाकी है। जाहिर है २०११ की धोनी के नेतृत्व वाली जो विश्व विजेता भारतीय टीम थी, इस टीम की तुलना उससे की जाएगी। हालांकि, कागज़ पर धोनी की टीम बड़े सितारों और परफॉर्मर वाली टीम थी। कोहली अपनी इस अपेक्षाकृत नई टीम से बेहतर नतीजे निकलवा पाए तो फिर कोहली की बल्ले-बल्ले होनी तय है।
खोली के सबसे बड़ा हेल्पिंग हैण्ड कूल धोनी ही होंगे, जो विकटों के पीछे शांत भाव में रणनीति बुनते रहते हैं। कोहली के पास सलाह के लिए धोनी से बेहतर व्यक्ति नहीं हो सकता। कुछ बड़े खिलाड़ियों ने भारतीय टीम को कप के दावेदारों में बताया ह और इसका सबसे बड़ा कारण है मैदान में टीम की परफॉर्मेंस। हर खिलाड़ी अपना १०० फीसदी देने को तत्पर दिखता है और यह जज्बा ही कप तक पहुँचने का इकलौता रास्ता है।
भारत का यह पहला मैच है लिहाजा उसपर थोड़ा सा अतिरिक्त दबाव शायद रहे। लेकिन भारत टीम के सदस्यों का हौसला इस दबाव पर भारी पड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका इंग्लैंड और बांग्लादेश से हारकर बहुत ज्यादा दबाव में है और ऊपर से उनके स्टार गेंदबाज डेल स्टेन भारत के साथ मैच से ऐन पहले पूरे टूर्नामेंट के लिए बाहर हो गए हैं। दक्षिण अफ्रीका के लिए यह दिल टूटने जैसे बात है। यही नहीं एक और तेज गेंदबाज लुंगी एंगिडी चोट के कारण बाहर हैं। हाशिम अमला को भी पहले मैच में इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर की गेंद हेलमेट पर लगी थी जिससे उनके मनोबल पर विपरीत असर दिखा है।
इनसब के बावजूद दक्षिण अफ्रीकी शेरों को कमतर नहीं आंका जा सकता है। दक्षिण अफ्रीकी टीम खराब फिटनेस से भी जूझ रही है। हालांकि कागिसो रबाडा उनके तुरुप के पत्ते हैं। हवा में मदद मिले तो रबाडा किसी की मजबूत बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने की कूबत रखते हैं।
कहा जा रहा है कि मुख्य कोच रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों को हवा में न उड़ने की सख्त सलाह दी है। पड़ोसी पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका के अपने-अपने पहले मैचों में जीत जाने के बाद अब भारतीय दर्शकों के अपनी टीम की जीत का इन्तजार है। जो दर्शक मैच के लिए इंग्लैंड में हैं वे मैदान को भारतीय रंग देने की कोशिश करेंगे ही।
जहाँ तक गेंदबाजी की बात है जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार हैं और देखना होगा कि भुवनेश्वर को कप्तान कोहली मैदान में उतारते हैं या नहीं।
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल पिछले कई मैचों में भारत की सफल जोड़ी रही है।
वैसे अभ्यास मैचों में रविंद्र जडेजा ने भी उम्दा प्रदर्शन किया है। ऊपर से वे अच्छे आल राउंडर और बेहतरीन फील्डर भी हैं। केदार जाधव और विजय शंकर टीम में रहते हैं या नहीं यह भी देखना होगा।
भारतीय ओपनर राहुल शर्मा की कमजोरी स्पिन मानी जाती है और दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसिस इमरान ताहिर से गेंदबाजी का आगाज करा सकते हैं। भारत का आधार कितना मजबूत रहता है यह रोहित शर्मा और शिखर धवन पर निर्भर रहेगा। वन डाउन कप्तान विराट कोहली होंगे जबकि चौथे नंबर पर केएल राहुल पर सबकी नजर रहेगी। उनका प्रदर्शन कभी लाजवाब और कभी खराब रहा है। माही (धोनी) ने बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच में शतक ठोंका था जिससे उनका उत्साह सातवें आसमान पर है।
दक्षिण अफ्रीका को एबी डिविलियर्स की कमी महंगी पड़ सकती है। भारतीय स्पिनर उनके लिए बड़ी चुनौती होंगे। कुलदीप और चहल भारी पड़ सकते हैं। कुलमिलाकर मैच से पहले दोनों टीमों का मैच संतुलन ६५-३५ का भारत के पक्ष में दिखता है।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, केएल राहुल, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पंड्या, केदार जाधव, विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, दिनेश कार्तिक, रविंद्र जडेजा ।
दक्षिण अफ्रीका : फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), क्विंटोन डिकाक, एडेन मार्कराम, हाशिम अमला, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, डेल स्टेन, कागिसो रबाडा, ड्वेन प्रिटोरियस, एंडिले फेलुक्वायो, तबरेज शम्सी, इमरान ताहिर, लुंगी एंगिडी, क्रिस मौरिस, रासी वान डेर डुसेन ।