भारत चौथी बार जूनियर एशिया कप का चैंपियन बन गया है। ओमान में खेले गए फाइनल में भारत ने एक कांटे के मुकाबले में पाकिस्तान को 2-1 से हरा दिया। भारत इससे पहले पाकिस्तान के साथ 3-3 टाइटल जीतकर बराबरी पर था। जीत के बाद हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड ने खिलाड़ियों के लिए 2 लाख और सहायक स्टाफ के लिए 1 लाख के नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
भारतीय टीम अब जूनियर एशिया कप की सबसे सफल टीम बन गई है। अभी तक इस टूर्नामेंट के नौ सीजन हुए हैं। भारतीय टीम छठी बार फाइनल में पहुँची थी। खिताबी मुकाबले में भारत ने शुरुआत से ही अपना दबदबा कायम कर लिया था।
भारत को खेल के पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिल गया। हालांकि, टीम गोल नहीं कर सकी। मैच के 13वें मिनट में अंगद बीर सिंह ने गोल कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया। इसके दो मिनट बाद ही पाकिस्तान को मिले पेनल्टी कॉर्नर पर भारत ने गोल नहीं होने दिया।
मैच के 20वें मिनट में अरिजीत सिंह हुंडल ने गोल कर बढ़त दोगुनी कर दी। इसके बाद पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ। मैच के 38वें मिनट में पाकिस्तान के बशरत अली ने गोल किया और बढ़त कम कर दी।
इसके बाद दोनों टीमें गोल नहीं कर सकीं और मुकाबला 2-1 से भारत के पक्ष में रहा। भारत ने टूर्नामेंट में कुल 50 गोल किए और सबसे ज्यादा गोल करने वाली टीम रही। हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड ने खिलाड़ियों के लिए 2 लाख और सहायक स्टाफ के लिए 1 लाख के नकद पुरस्कार की घोषणा की।
टीम को बधाई देते हुए हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री दिलीप टिर्की ने कहा – ‘भारतीय जूनियर पुरुष टीम ने जूनियर एशिया कप में अपने नाबाद प्रदर्शन से हम सभी को बेहद गौरवान्वित किया है।’ उन्होंने कहा कि सुल्तान में जोहोर कप की ऐतिहासिक जीत के बाद का दबदबा बन गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि साल के आखिर में जूनियर विश्व कप में यह जीत भारतीय लड़कों के लिए खुराक का काम करेगी।