पाकिस्तान को बड़े पैमाने पर आर्थिक-सैन्य सहायता देने और भारत के चीन और रूस के साथ साझा सैन्य अभ्यास करने के बीच अमेरिका ने सफाई दी है कि भारत के साथ उसके बहुत करीबी रक्षा संबंध हैं। अमेरिका ने कहा कि हम भारत के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
भारत के साथ संबंधों को लेकर पेंटागन ने मंगलवार को यह बात कही। पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने एक मीडिया कांफ्रेंस में कहा – ‘भारत एक संप्रभु राष्ट्र है। उसे किसके साथ सैन्य अभ्यास करना है, इसका फैसला वह खुद ले सकता है। अमेरिका के भारत के साथ बहुत करीबी रक्षा संबंध हैं।’
राइडर ने रूस, भारत और चीन से जुड़े ताजा बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास पर पूछे सवाल पर कहा – ‘हमने निश्चित रूप से इस क्षेत्र में भारत के साथ अपनी साझेदारी की सराहना की है। जैसा कि आप जानते हैं, वे एक महत्वपूर्ण भागीदार हैं और हम उनके साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।’
मीडिया कांफ्रेंस में एक पत्रकार ने राइडर से सवाल किया था कि भारत ने कई (सैन्य) अभ्यास में हिस्सा लिया है, जिसमें रूस और चीन के साथ युद्ध अभ्यास शामिल है और कुछ लोगों को थोड़ा परेशान करने वाला लगता है। राइडर ने हालांकि, कहा कि ‘भारत के साथ हमारी बहुत करीबी साझेदारी और संबंध हैं, खासकर रक्षा क्षेत्र में। हम निश्चित रूप से भारत के साथ काम करना जारी रखेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेंगे’।