नरेंद्र मोदी सरकार की सकारात्मक छवि बनाने के लिए पहले केंद्र सरकार के क़रीब 300 वरिष्ठ अधिकारियों की एक कार्यशाला आयोजित की गयी। अब लोक सेवा प्रसारक प्रसार भारती ने डीडी इंटरनेशनल की स्थापना पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रदान करने को परामर्श सेवा दस्तावेज़ के लिए आवेदन (एक्सप्रेशन आफ इंटेरेस्ट) माँगे हैं। सूत्रों का कहना है कि विचार भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए ‘बीबीसी’ जैसा चैनल बनाने
का है।
प्रसार भारती की तरफ़ से जारी एक्सप्रेशन ऑफ इंटेरेस्ट (ईओआई), जिसका इस लेखक ने मूल्यांकन किया है; को दूरदर्शन महानिदेशालय, दूरदर्शन भवन, कॉपरनिकस मार्ग, नई दिल्ली ने फाइल नंबर-19(2)2020-21ईआई(पी) टीवी 13/05/2021 के तहत जारी किया था। यह ईओआई दस्तावेज़ ‘डीडी इंटरनेशनल की स्थापना पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रदान करने के लिए परामर्श सेवा के लिए मसौदा’ विषय के तहत है। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार, यह विचार काफ़ी समय पहले की आ गया था; लेकिन शीर्ष अधिकारियों के प्रसार भारती में लगातार बदलाव के चलते यह जल्दी शुरू नहीं हो सका। लेकिन इस प्रस्ताव को उस समय बड़ा बल मिला जब सरकार कोरोना वायरस की दूसरी लहर और ब्लैक फंगस से निपटने के तरीक़े के कारण आलोचना के घेरे में आयी और अंतर्राष्ट्रीय प्रेस में भारत की वैक्सीन नीति की कड़ी आलोचना देखने को मिली।
प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पटी ने 25 मार्च, 2021 को ट्वीट कर परियोजना को मंज़ूरी देने और दूरदर्शन इंटरनेशनल के लिए प्रोजेक्ट ब्लू-प्रिंट विकसित करने सहित कई महत्त्वपूर्ण फ़ैसलों के लिए प्रसार भारती बोर्ड को धन्यवाद दिया था। इससे पहले भी जब इस साल की शुरुआत में ‘द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट’ (ईआईयू) की तरफ़ से जारी डेमोक्रेसी इंडेक्स रिपोर्ट में यह बताया गया था कि भारत का ग्राफ नीचे गिरा है। वर्ष 2019 में 6.9 के समग्र स्कोर के साथ देश 51वें स्थान पर था, जो अब नीचे जाकर 6.61 रह गया है। ऐसे में सरकार को भारत के बारे में बताने की आवश्यकता महसूस हुई।
बता दें रिपोर्ट में कहा गया था कि पिछले एक साल में अधिकारियों द्वारा महत्त्वपूर्ण ‘लोकतांत्रिक पतन’ किया गया, जिसके कारण भारत को ‘त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र’ की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। ईआईयू द्वारा प्रतिवर्ष ‘डेमोक्रेसी इन सिकनेस एंड हेल्थ’ रिपोर्ट जारी की जाती है। इसमें आज की तारीख़ में नॉर्वे रैंकिंग में शीर्ष पर है और उसके बाद आइसलैंड, स्वीडन, न्यूजीलैंड और कनाडा का स्थान है। इस वर्ष का एक महत्त्वपूर्ण और नया पहलू यह है कि स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव को भी मापा गया। वास्तव में एशिया का क्षेत्रीय स्कोर 2013 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर तक गिर गया; क्योंकि इन देशों में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकारों द्वारा अपनायी गयी नीतियों के परिणामस्वरूप व्यक्तिगत स्वतंत्रता और नागरिक स्वतंत्रता पर कड़े प्रतिबन्ध लगे। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के लोकतांत्रिक सिद्धांत और मूल्य 2014 से दबाव में हैं। इस अवधि के दौरान देश की रैंकिंग में सन् 2014 के 27वें स्थान और 7.92 के स्कोर से वर्तमान 53 के स्कोर के साथ तेज़ गिरावट देखी गयी है।
ईओआई पृष्ठभूमि और उद्देश्य बताता है और यह स्पष्ट करता है कि ईओआई की वैधता अवधि इसके खुलने की तारीख़ से 120 दिनों के लिए होगी। इसमें कहा गया है कि दूरदर्शन, भारत का सार्वजनिक प्रसारक और प्रसार भारती का एक प्रभाग, देश के सबसे बड़े टीवी प्रसारकों में से एक है। दूरदर्शन 91 सार्वजनिक टीवी चैनलों का भारत का सबसे बड़ा नेटवर्क संचालित करता है और भारत का एकमात्र फ्री टू एयर डीटीएच प्लेटफॉर्म (डीडी फ्री डिश) है। यह दावा करता है कि दूरदर्शन का वर्तमान वैश्विक पदचिह्न सी-बैंड उपग्रह वितरण, केयू बैंड डायरेक्ट टू होम वितरण, अन्य देशों में चुनिंदा सार्वजनिक प्रसारकों के साथ द्वि-पाश्र्व वितरण व्यवस्था, ओटीटी और पारंपरिक केबल / डीटीएच वितरण व्यवस्था के साथ चुनिंदा तृतीय पक्षों के संयोजन के माध्यम से है। इसके अलावा प्रसार भारती के वैश्विक डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग के अलावा न्यूज ऑन एयर के साथ-साथ लाइव स्ट्रीमिंग और यूट्यूब जैसे तीसरे पक्ष के प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑन-डिमांड सामग्री भी उपलब्ध करवायी जा रही है।
दूरदर्शन के लिए वैश्विक उपस्थिति सम्भव बनाने और भारत के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय आवाज़ स्थापित करने के रणनीतिक उद्देश्य को देखते हुए डीडी इंटरनेशनल की स्थापना की परिकल्पना की गयी है। इसमें कहा गया है कि इस तरह की परियोजनाओं पर अंतर्राष्ट्रीय प्रसारकों / मीडिया घरानों को सलाह देने के अनुभव वाले प्रतिष्ठित वैश्विक सलाहकारों से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के लिए यह ईओआई जारी किया जा रहा है।
प्रसार भारती का कहना है कि ईओआई एक पंजीकृत / निगमित कम्पनी, फर्म या संघ द्वारा जमा किया जा सकता है। संघ के मामले में तीन से अधिक कम्पनियों को अनुमति नहीं दी जाएगी और प्रमुख बोली-दाता को अनुबन्ध में स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए। मुख्य बोली-दाता परियोजना के लिए ज़िम्मेदार होगा और कम-से-कम तीन वर्षों के लिए अस्तित्व में होना चाहिए। बोली-दाता के पास एक अंतर्राष्ट्रीय प्रसारण मीडिया सेवा स्थापित करने के लिए रणनीति / ऑपरेटिंग मॉडल विकसित करने में एक समान परामर्श / सलाहकार परियोजना को निष्पादित करने का पेशेवर अनुभव होना चाहिए, जिसमें कई भौगोलिक, भाषाओं आदि को शामिल करने वाले सार्वजनिक सेवा प्रसारक के लिए एक शामिल है।
उसके मुताबिक, बोली-दाता के पास लगातार लेखापरीक्षित वार्षिक न्यूनतम होना चाहिए और पिछले तीन वर्षों के लिए प्रति वर्ष 100.00 करोड़ रुपये या उससे अधिक (अन्य अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं में समकक्ष आँकड़े) का कारोबार (पिछले तीन वर्षों की वार्षिक लेखा परीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत करना आवश्यक है) हो। ईओआई की वैधता अवधि इसके खुलने की तारीख़ से 120 दिनों के लिए होगी।
यह सारी चीज़ें तब सामने आयी हैं, जब नरेंद्र मोदी सरकार को कई मामलों में अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की कटु आलोचना झेलनी पड़ी है। अब सरकार के समर्थक भारत के अपने बीबीसी की स्थापना पर ज़ोर दे रहे हैं। ईओआई एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के साथ आने के लिए एक परामर्श सेवा के लिए 13 मई को जारी किया गया था। डीडी इंटरनेशनल की स्थापना पर कहा गया- ‘दूरदर्शन के लिए वैश्विक उपस्थिति बनाने और भारत के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय आवाज़ स्थापित करने के रणनीतिक उद्देश्य को देखते हुए डीडी इंटरनेशनल की स्थापना की परिकल्पना की गयी है। ईओआई के अनुसार, इसका उद्देश्य ‘वैश्विक और घरेलू महत्त्व दोनों के समकालीन मुद्दों पर विश्व स्तर पर भारत के दृष्टिकोण को स्थापित करना’ और ‘भारत की जानकारी वैश्विक दर्शकों को बताना’ है। यह डीडी इंटरनेशनल को ‘विश्वसनीय, सम्पूर्ण और सटीक वैश्विक समाचार सेवा के माध्यम से भारत पर आधिकारिक वैश्विक मीडिया स्रोत’ बनाने का भी इरादा रखता है। यह स्पष्ट है कि प्रसार भारती ‘डीडी इंडिया सामग्री पर आधारित एक वैश्विक समाचार सेवा’ के लिए एक रणनीति रोडमैप चाहता है।
दस्तावेज़ के अनुसार उद्देश्य
वैश्विक और घरेलू महत्त्व के समसामयिक मुद्दों पर विश्व स्तर पर भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करना।
दुनिया भर में ब्यूरो स्थापित करना और स्थानों की पहचान करना।
इसे लागू करने के लिए योजना और रोडमैप * 24&7 विश्व सेवा धाराएँ।
भूगोल विशिष्ट धाराओं को प्राथमिकता देना।
लागू करने के लिए योजना और रोडमैप वैश्विक दर्शकों को भारत की जानकारी देने के लिए।
वैश्विक दर्शकों के लिए सामग्री विकास और वैश्विक सामग्री पुस्तकालय बनाना।
प्रमुख वैश्विक भाषाओं की पहचान करना और उन्हें प्राथमिकता देना।
भारत के अन्दर और बाहर स्टूडियो और उत्पादन सुविधाओं सहित वैश्विक सामग्री विकास के लिए आवश्यक प्रमुख कार्य।
भारत और भारत के बाहर इसके लिए प्रमुख जनशक्ति आवश्यकताएँ।
इसे लागू करने के लिए योजना और रोडमैप।
प्रमुख नेटवर्कों / प्लेटफॉर्मों पर प्रायोजित टाइम-स्लॉट।
डीडी इंडिया सामग्री को रखने के लिए नेटवर्क / प्लेटफॉर्म की पहचान करना और उन्हें प्राथमिकता देना।
प्रमुख नेटवर्कों / प्लेटफॉर्मों पर वितरण व्यवस्था।
प्रमुख भौगोलिक क्षेत्रों में वितरण प्लेटफार्मों की पहचान करना और उन्हें प्राथमिकता देना।
इसे लागू करने के लिए योजना और रोडमैप।
विश्वसनीय, सम्पूर्ण और सटीक वैश्विक समाचार सेवा के माध्यम से भारत पर आधिकारिक वैश्विक मीडिया स्रोत बनाना।
डीडी इंडिया सामग्री पर आधारित वैश्विक समाचार सेवा के लिए रणनीति और रोडमैप।
चुनिंदा समाचार रिपोर्टों का समूहन।
लाइव इवेंट का वितरण।
बहुभाषी समर्थन।
भारत के रणनीतिक हस्तक्षेप के लिए एक माइंडशेयर तैयार करना और भू-राजनीति और वैश्विक अर्थव्यवस्था से दुनिया भर के हितधारक दृष्टिकोण को देखना।
डीडी इंडिया मार्केटिंग और ब्रांडिंग रणनीति और रोडमैप।
वेबिनार और कार्यक्रम।
वैश्विक पुरस्कार और वार्षिक सम्मेलन / शिखर सम्मेलन।
वैश्विक-बेंचमार्क / वार्षिक रेटिंग / रैंकिंग / प्रकाशन।
प्रसिद्ध स्तम्भकार।
ग्लोबल मीडिया फैलोशिप।
प्रमुख मीडिया संस्थानों में प्रायोजित अध्यक्ष / अनुसंधान।
ग्लोबल मीडिया एलायंस।
ग्लोबल मीडिया प्रोफेशनल्स के लिए टैलेंट हब।
डीडी इंडिया के लिए समग्र मानव संसाधन रणनीति और रोडमैप।
दुनिया भर के मीडिया पेशेवरों को आकर्षित और जोडऩा।
समय-साझाकरण / स्वतंत्रता के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टर।
एंकर / रिपोर्टर के रूप में वैश्विक प्रतिभा को साथ जोडऩा।
वैश्विक संचालन / कार्यबल अंतर्राष्ट्रीय संस्था(एँ)।