बारिश ने पांचवी एशियन चैंपियन ट्राफी के फाइनल का मज़ा खराब कर दिया। मस्कट में खेली गई इस प्रतियोगिता में भारी बारिश के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल मैच नहीं खेला जा सका। ये दोनों देश इस ट्राफी को दो-दो बार जीत चुके हैं। इस बार भी मामला बराबरी का रहा। आयोजकों ने मैच के निर्धारित समय से एक घंटा बाद तक इंतजार किया और फिर प्रतियोगिता के निदेशक ने भारत और पाकिस्तान के प्रशिक्षकों के साथ बातचीत करने के बाद दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया।
पिछली विजेता भारत की टीम ही एक ऐसी टीम थी जिसने टूर्नामेंट में कोई मैच नहीं हारा। उन्होंने 20 अक्तूबर को खेले राउंड-रोबिन मैच में पाकिस्तान को 3-1 से परास्त किया था।
इससे पूर्व तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में मलेशिया ने एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जापान को शूट आउट में 3-2 से परास्त कर तीसरा स्थान पा लिया। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर थीं। इस प्रकार मलेशिया ने एशियाई खेलों के फानइल में जापान के हाथों मिली हार का बदला भी ले लिया।
सेमीफाइनल में भारत को जापान पर 3-2 से जीत दर्ज करने में काफी संघर्ष करना पड़ा। दूसरी ओर पाकिस्तान ने मलेशिया को शूट आउट में 3-1 से परास्त किया।
टूर्नामेंट मेें भारत की शुरूआत शानदार रही। पहले ही लीग मैच में भारत ने मेजबान ओमान को 11-0 से परास्त कर दिया। इस मैच में भारत पहले क्वार्टर में कोई गोल नहीं कर पाया था। पर दूसरे क्वार्टर में भारत चार गोल कर गया। इस प्रकार हाफ टाइम तक वह 4-0 में आगे था। भारत ने तीसरे क्वार्टर में दो गोल कर 6-0 की ज़ोरदार बढ़त बना ली। भारत के पांच गोल अंतिम क्वार्टर में आए।
अपने दूसरे मैच में भारत की टक्कर पाकिस्तान के साथ थी। इस मुकाबले में भारत 3-1 से विजयी रहा। भारत के लिए मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह और दिलप्रीत सिंह ने गोल किए। पाकिस्तान ने अपना गोल पहले ही मिनट में दाग दिया था। पहले क्वार्टर में पाकिस्तान इसी गोल के बल पर 1-0 की बढ़त लिए था। पाकिस्तान को अपने पहले ही हमले में पेनाल्टी क्वार्टर मिल गया। भारत के गोल रक्षक पीआर श्रीजेश ने ‘ड्रैग फ्लिक’ को तो बचा लिया पर लौटती गेंद को मोहम्मद इरफान जूनियर ने गोता लगाते हुए एक हाथ में ही गोल की ओर मोड़ दिया। 18वें मिनट में पाकिस्तान ने एक सुनेहरी मौका खो दिया। जब मोहम्मद ज़ुबायर गोल पर निशाना लेने में चूक गया।
भारत के आकाशदीप सिंह ने 24वें मिनट में बराबरी हासिल करने का अवसर गंवा दिया। पर इसी मिनट में भारत का शानदार गोल देखने को मिला। कप्तान मनप्रीत ने पाकिस्तान के तीन रक्षकों को काट कर ‘स्लैप पुश’ से गेंद गोल में पहुंचा दी पाक गोलकीपर के पास उसे रोकने का कोई मौका नहीं था (1-1)
इसके साथ ही नीलकांत शर्मा के पास भारत को हाफ टाइम से पहले 2-1 की बढ़त दिलाने का मौका आया पर उसका शाट गोल पोस्ट से बाहर चला गया।
हाफ टाइम के दो मिनट बाद मनप्रीत सिंह ने एक गोल कर दिखाया जिसकी कल्पना किसी को नहीं थी। ‘ऑफ द बॉल रन’ का पूरा लाभ मनदीप ने उठाया। दौड़ लगा कर उसने ‘डी’ में स्थान बनाया और फिर आकाशदीप से मिली गेंद को पूरी महारत के साथ गोल में डाला। हालांकि गोल पोस्ट की तरफ उसकी पीठ थी, फिर भी उसने अपनी दोनों टांगों के बीच से गेंद गोल में पहुंचा दी। युवा खिलाड़ी दिलप्रीत ने ट्रर्नामेंट में अपना चौथा गोल किया। जबावी हमला इस बार भी आकाशदीप ने बनाया, और अपने दाएं ओर चल रहे ललित उपाध्याय को गेंद थमा दी, जिसने मध्य में चल रहे दिलप्रीत को
सटीक पास दिया और दिलप्रीत ने गोल करने में कोई $गलती नहीं की और भारत 3-1 से यह मैच जीत गया। अपने तीसरे मुकाबले में भारत ने एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जापान को हाकी खेलना सिखा दिया। भारत ने यह मैच एक तरफा बना कर 9-0 से जीत लिया। जापान की टीम एक भी गोल नहीं कर पाई। भारत के लिए ललित उपाध्याय, हरमनप्रीत ङ्क्षसह और मनदीप सिंह ने दो-दो गोल किए।
इस मुकाबले में ‘मैन ऑफ दा मैच’ आकाशदीप ने हमलों की शुरूआत की। हमलों से जापानी शिविर में खलबली मचाने वाले आकाशदीप सिंह ने 35वें मिनट में खुद भी एक गोल दागा। उनके अलावा गुरजंट सिंह (8वें मिनट) और कोठाजीत सिंह (42वें मिनट) ने भी गोल बनाए। इस साल की एशियाई खेलों मेें भी मूल स्तर पर भारत ने जापान को 8-0 से हराया था। पर बाद में जापान ने स्वर्ण पदक जीता और भारत कांस्य पदक ही ले पाया।