भारतीय सेना को ”मोदीजी की सेना” कहने वालों को पूर्व सेनाध्यक्ष और मोदी सरकार में मंत्री जनरल वीके सिंह ने ”देशद्रोही” बताया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ रोज पहले इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया था जिसपर उन्हें सोशल मीडिया ही पर ही नहीं, विपक्ष के भी वार झेलने पड़े थे।
पूर्व प्रमुख और विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बगैर ”मोदीजी की सेना” वाले उनके बयान को देशद्रोह करार दिया है। गौरतलब है कि योगी के सार्वजानिक रूप से दिए इस ब्यान पर भारत का चुनाव आयोग पहले ही इसे आचार संहिता का मामला मानते हुए योगी आदित्यनाथ को नोटिस थमा चुका है।
अब जनरल वीके सिंह ने योगी आदित्यनाथ के इस बयान को गलत बताते हुए इसे देशद्रोह करार दिया है। वीके सिंह ने कहा – ”भारत की सेनाएं भारत की हैं, और ये किसी राजनीतिक पार्टी की नहीं हैं”। सिंह ने यह टिप्पणी बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में की है। इसमें जनरल वीके सिंह ने कहा – ”अगर कोई कहता है कि भारत की सेना मोदी की सेना है तो वो गलत भी है और देशद्रोही भी। भारत की सेना भारत की है, किसी पॉलिटिकल पार्टी की नहीं हैं।”
इस इंटरव्यू में जनरल सिंह ने कहा – ”अगर भारत की सेना की बात करते हैं तो सिर्फ भारत की सेना की ही बात हो। मोदीजी की सेना या बीजेपी की सेना और भारत की सेना में काफी फर्क है।” हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि ”उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रचार में सब लोग अपने आप को सेना भी बोलते हैं। लेकिन हम किस सेना की बात कर रहे हैं। इस ध्यान देना हो होगा। हमे चुनाव में देखना होगा कि क्या हम भारत की सेना की बात कर रहे हैं या पॉलिटकल वर्कर्स की।”
सिंह की इस टिप्पणी को काफी सख्त माना जा रहा है। दिलचस्प यह है कि अहमद पटेल सहित कुछ कांग्रेस नेताओं ने सिंह के इस इंटरव्यू को रीट्वीट करते हुए उनका इस ब्यान के लिए समर्थन और धन्यवाद किया है।