भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उनके साथ ही एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को भी सम्मानित किया गया है। गरीबी ख़त्म करने के उपायों के शोध लिए उन्हें यह पुरूस्कार मिला है। दिलचस्प यह है भी है कि एस्थर डुफलो उनकी पत्नी हैं।
तीनों अर्थशास्त्रियों को ”वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग” के उनके शोध के लिए सम्मानित किया गया है। इकनॉमिक साइंसेज कैटिगरी के तहत यह सम्मान पाने वाले अभिजीत बनर्जी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। अभिजीत बनर्जी ने १९८१ में कोलकाता यूनिवर्सिटी से बीएससी किया था। साथ ही ९८३ में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए किया था। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से १९८८ में पीएचडी की।
वे फिलहाल वह मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में इकनॉमिक्स के प्रफेसर हैं। वह अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी ऐक्शन लैब के को-फाउंडर हैं। उनकी पत्नी भी
इसमें को-फाउंडर हैं।