भारतीय प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग का कोरोना जैसी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वर्ष 2021 में खुदरा बिक्री आकार विश्व स्तर पर 3.25 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। वाशिंगटन स्थित फेडरेशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (डब्ल्यूएफडीएसए) की एक ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 3.259 अरब डॉलर से अधिक की प्रत्यक्ष खुदरा बिक्री के साथ भारत ने गत तीन वर्षों में 15.7 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक विकास दर (सीएजीआर) हासिल की जो विश्व में तीन अरब से ज्यादा के प्रत्शक्ष बिक्री बाजार वाले 15 देशों में सर्वाधिक है। कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद, देश के प्रत्यक्ष बिक्री बाजार ने लचीलापन और स्थिरता दिखाते हुये आलोच्य अवधि में सालाना 7.7 प्रतिशत से अधिक की विकास दर भी हासिल की जो इस उद्योग की मजबूती का द्योतक है।
रिपोर्ट यह दर्शाती है कि भारत जहां विश्व प्रत्यक्ष बिक्री रैंकिंग में 12 वें वहीं यह एशिया प्रशांत क्षेत्र में कोरिया, चीन, जापान, मलेशिया और ताइवान के बाद छठे स्थान पर है। कुल वैश्विक प्रत्यक्ष बिक्री में 42.67 अरब डॉलर यानि 23 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी के साथ अमरीका विश्व में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है। वहीं कोरिया ने जर्मनी को तीसरे स्थान पछाड़ कर खुद दूसरे स्थान पर कब्जा किया है। वर्ष 2020 तक दूसरे स्थान पर रहा चीन, कोरोना और कुछ अन्य कारणों से अब चौथे स्थान पर है। अन्य शीर्ष स्थानों पर भारत से ऊपर क्रमश: जापान, मलयेशिया, ब्राजील, मैक्सिको, फ्रांस, ताइवान और कनाडा हैं।
रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने वर्ष 2021 में लगभग 1.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज कर कुल लगभग 186.10 अरब डॉलर का कारोबार किया।
डब्ल्यूएफडीएसए की रिपोर्ट को लेकर इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने एक बयान में कहा कि विश्व के 15 शीर्ष प्रत्यक्ष बिक्री बाजारों के मुकाबले भारत की गत तीन वर्षों में 15.7% की सर्वाधिक सीएजीआर इसके प्रत्यक्ष बिक्री बाजार की मजबूती, भविष्य में इसके तेजी से आगे बढ़ने और अगले एक दशक में विश्व के शीर्ष पांच बाजारों में खुद को स्थापित करने की क्षमता दिखाती है।