फैंटेसी गेम से जुड़े मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) की सहायक कंपनी ‘एमपीएल स्पोर्ट्स एपेरल एंड एक्सेसरीज’ को तीन साल के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का पोशाक प्रायोजक चुना गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से जुड़े अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। बीसीसीआई ने एमपीएल के साथ पोशाक प्रायोजन के लिए नया करार किया है। एमपीएल नाइकी की जगह लेगा।
आईपीएल की दो फ्रेंचाइजी टीमों कोलकाता नाइटराइडर्स यानी केकेआर और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानी आरसीबी से जुड़ा है। क्रिकेट के हर मैच की दर नाइकी द्वारा भुगतान किए जा रहे 88 लाख रुपये के बजाय 65 लाख रुपये मिलेंगे। यह करार तीन साल यानी नवंबर 2023 तक के लिए है।
बीसीसीआई से जुड़े एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘हां, शीर्ष परिषद ने भारतीय टीम (पुरुष, महिला, ए टीमें और अंडर-19 टीमें) के पोशाक प्रायोजन करार को मंजूरी दे दी है। बोर्ड के सूत्रों ने कहा, ‘एमपीएल ने एक कपड़े से जुड़ी निर्माता कंपनी स्थापित की है। वे सामान के अनुबंध के लिए भी भुगतान करेंगे।
इतना ही नहीं, बीसीसीआई को सामान की बिक्री से रॉयल्टी के तौर पर 10 प्रतिशत हिस्सा भी मिलेगा। बता दें कि नाइकी ने 2016 से 2020 तक पांच साल का करार किया था जिसके लिए उसने 30 करोड़ रुपये रॉयल्टी के साथ 370 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल कोरोना के मद्देनजर सभी आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं, जिससे कोई भी कंपनी उतनी धनराशि का भुगतान करने के लिए तैयार नहीं थी, जितना पिछली बार नाइकी ने किया था।