हैदराबाद में डाक्टर रेप और मर्डर केस के आरोपियों के एक एनकाउंटर में मारे जाने के बाद देश भर में प्रतिक्रियायों का दौर जारी है। संसद में भी इस मसले पर सदस्यों राय रखी है। भाजपा की वरिष्ठ नेता और सांसद मेनका गांधी ने जहां एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि आप कानून हाथ में नहीं ले सकते, वहीं सपा सदस्य जया बच्चन ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि देर आए दुरुस्त आए। उधर हैदराबाद रेप-मर्डर घटना पर जल्द इंसाफ की मांग कर रहे लोगों ने एनकाउंटर के बाद खुशी का इजहार किया है।
फिलहाल एनकाउंटर पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। कुछ समर्थन कर रहे हैं तो कुछ विरोध। संसद में आरोपियों को सरेआम लिंच करने की मांग करने वाली सपा के सदस्य जया बच्चन ने एनकाउंटर पर कहा – ‘देर आए दुरुस्त आए”। हालांकि, भाजपा की वरिष्ठ नेता और संसद सदस्य मेनका गांधी ने हैदराबाद एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि हैदराबाद में जो हुआ वह सही नहीं है। मेनका ने कहा – ”वहां जो भी हुआ है, वह बहुत भयानक हुआ इस देश के लिए। क्योंकि आप कानून को हाथ में नहीं ले सकते हैं। वैसे भी उनको फांसी मिलती। अगर आप उनको पहले ही बंदूक से मार दोगे, तो फिर फायदा क्या है, अदालत का, पुलिस का, कानून का। फिर आप बंदूक उठाओ और जिसको भी मारना है मारो।”
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस पर कहा – ”एनकाउंटर हमेशा ठीक नहीं होते हैं। इस मामले में पुलिस के दावे के मुताबिक आरोपी बंदूक छीन कर भाग रहे थे। ऐसे में शायद उनका फैसला ठीक है। हमारी मांग थी कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत. हम चाहते थे कि स्पीडी जस्टिस हो। पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई होनी चाहिए। आज लोग एनकाउंटर से खुश हैं, लेकिन हमारा संविधान है, कानूनी प्रक्रिया है।”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट में कहा – ”मैं सिद्धांतों में विश्वास करता हूं। हमें अभी और ज्यादा जानने की जरुरत है, मान लें अगर अपराधी हथियारबंद थे तो पुलिस गोली चलाने की वजह जस्टिफाई कर सकती है। जब तक पूरी जानकारी नहीं आ जाती है तब तक हमें आलोचना नहीं करना चाहिए। लेकिन इसके बिना एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल किलिंग नियमों से बंधे समाज में स्वीकार्य नहीं है।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी हैदराबाद पुलिस की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट कर एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों का अभिनंदन किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा – ”हैदराबाद की घटना से लोगों में संतोष और ख़ुशी है। ये चिंता का विषय है कि देश की कानून व्यवस्था पर लोगों का विश्वास टूट चुका है। हम सब को मिलकर हमारी कानून व्यवस्था और जांच प्रणाली को मजबूत करना होगा ताकि लोग दोबारा इस व्यवस्था पर विश्वास करने लगे और हर पीड़ित को जल्द न्याय मिल पाए।”
साध्वी प्रज्ञा ने कहा – ”शठे शाठ्यम समाचरेत्।।, यद्यपि शुद्धं लोक विरुद्धम्। अर्थात ”भले ही लोगों को लगे कि ऐसा करना गलत है, दुष्ट के साथ दुष्टता का व्यवहार करना चाहिए।”
बाबा रामदेव ने कहा – ”हैदराबाद पुलिस ने साहसपूर्ण कार्य किया, न्याय दिया गया है। इस पर कानूनी सवाल उठाना अलग बात है, लेकिन मुझे यकीन है कि देश के लोगों को शांति मिली है।”
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा – ”हैदराबाद में दरिंदो को अपने पाप की सज़ा मिली। सभ्य समाज मे ऐसे पापियों के लिए कोई स्थान नही होना चाहिए। मातृशक्ति की सुरक्षा सर्वोपरि है।”
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा – ”मेरी पार्टी के लोगों को भी हमने जेल भेजा था, जिन पर किसी तरह के आरोप लगे थे। मेरा उत्तर प्रदेश की सरकार से कहना है कि हैदराबाद की पुलिस से यूपी पुलिस को सीख लेनी चाहिए और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
उधर जनता में एनकाउंटर को लेकर भले जो सोच हो, देशभर दुष्कर्म और जघन्य हत्या को लेकर गुस्सा जाता रहे लोगों ने इसका स्वागत किया है। खासकर महिलाओं ने खुशी जताई है। हैदराबाद में कई महिलाओं ने पुलिसकर्मियों को राखी बांधी तो कई जगह लोग मिठाई बांटते दिखे। एनकाउंटर की जगह भी भारी भीड़ जमा हो गयी है। हैदराबाद पुलिसकर्मियों का स्वागत फूल बरसाकर किया गया और खुशी में पटाखे भी फोड़े गए।