दिल्ली में भाजपा से निष्काषित नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के नाम पर राजनीति भले ही चर्चा के केन्द्र हो । लेकिन भाजपा इस मामलें को भुनाने के मूड़ में है। भाजपा का कहना है कि हमने तो देश -दुनिया में ये मैसेज दे दिया है कि भाजपा सभी धर्मो का सम्मान करती है। अगर कोई उनका पार्टी का नेता या प्रवक्ता किसी के धर्म और उनके गुरूओं का अपमान करती है। तो भाजपा को उसको बर्दास्त नहीं करेगी।इस सब के पीछे क्या भाजपा की चाल है। इस बारे में जानकारों का कहना है कि कल अगर किसी अन्य दल के नेता या किसी अन्य धर्म के लोग हिन्दू देवी देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते है। तो उसका भाजपा पुरजोर विरोध ही नहीं करेगी बल्कि भाजपा उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई भी लड़ेगी।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि मौजूदा समय में विरोधी दल इस मामलों को राजनीतिक हवा देना चाहते है। लेकिन भाजपा ने वह मौका नहीं दिया है। रहा सवाल निष्काषन का तो वह तो रद्द भी हो जाता है।कुल मिलाकर राजनीति में सब चलने वाली बात सामने आती ही रहती है।
आप पार्टी और कांग्रेस को अब इस बात को लेकर सजग रहना होगा, कि कल के दिन अगर उनके नेता और प्रवक्ता किसी धर्म और धर्म के गुरू के खिलाफ कुछ बोलते है। तो क्या वो भी भाजपा की तरह अपने नेताओं और प्रवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर सकेंगे।
भाजपा सूत्रों की माने तो उन नेताओं और पार्टियों के की लिस्ट खगाली जा रही है जिन्होंने अपने शासन काल के दौरान किसी के धर्म और उनके धर्म गुरूओं के खिलाफ कुछ वोला है जिससे देश में दंगे और साम्प्रदायिक हिंसा हुई है।