अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय का पता नई दिल्ली 11 अशोक रोड से 6 दीन दयाल मार्ग हो गया है। लाल पत्थर से बने मुख्यालय की विशेषता है कि यह हाईटेक सुविधाओं से लैस है। भवन पूरी तरह से महल की तरह दिखता है। यह 1,70,000 वर्ग फीट में कमल के थीम पर बना है, 70 कमरे, लगभग 200 से अधिक कारों के लिए पार्किंग है। सभी कमरों में वाई फाई की सुविधा, विशाल पुस्तकालय,
चुनावी रणनीति के लिए वार रूम, संपर्क के लिए वीडियो कांफ्रेस की सुविधा है। 400 लोगों की क्षमता का कांफ्रेस रूम है। पार्टी कार्यालय की चकाचौंध अपने आप में भव्य है।
18 फरवरी को इस भव्य राष्ट्रीय कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा शत-प्रतिशत लोकतांत्रिक पार्टी है और कहा कि हमारे पिंड में ही लोकतंत्र है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए मुख्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय जैसे विचारकों को संतोष मिलेगा क्योंकि उन्होंने जो जनसंघ के रूप में बोया था अब वो पूरी तरह से वट वृक्ष बन गया है। जो लोगों की उम्मीदों को पूरा कर रहा है।
इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कार्यकर्ताओं के बल पर पार्टी यहां तक पहुंची है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि पार्टी का यह कार्यालय दुनिया के किसी भी राजनीतिक दल की पार्टी से बड़ा कार्यालय है। यहां से पार्टी के प्रदेश कार्यालय और जि़ला कार्यालयों के साथ सीधे वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संपर्क साधा जा सकता है। प्रधानमंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी को यहीं से संबोधित कर सकते हैं। अमित शाह ने बताया कि इस कार्यालय में आधुनिक आईटी सेल , सोशल मीडिया सेल और मीडिया के सोशल सेल और मीडिया के लिए सभी सुविधाओं के साथ बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं। प्रेस के लिए भी लाइव करने की सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
अमित शाह ने कहा कि वैसे तो कई राजनैतिक दल है लेकिन संगठन के आधार पर और लोकतंात्रिक तरीके से चलने वाली एक मात्र पार्टी भाजपा है। संगठन के आधार पर चलने वाली पार्टी में कार्यालय का बहुत बड़ा महत्व होता है। अब पार्टी 635 जि़लों में भाजपा के जि़ला मुख्यालय बना रही है। भाजपा अध्यक्ष के अनुसार 2015 में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में तय किया गया था कि 635 जिलों में पार्टी जिलों मुख्यालय बनाएंगी जिसका काम चल रहा है।
पार्टी कार्यालय में भव्य भवन के साथ-साथ तीन सुंदर बगीचों का निर्माण दिल्ली नगर निगम और केंद्र सरकार मिल कर रही है। भाजपा कार्यकर्ता राहित ने बताया कि इन प्रकोष्ठों के अलग-अलग दफ्तर बनने से कार्यकर्ताओं को अपनी बात रखने में आसानी होगी क्योंकि कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ होते हैं।