पंजाब नेशनल बैंक के करीब 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी एंटीगुआ से भागकर डोमिनिका में पकड़ा गया है। वहां से लाने के लिए भारत सरकार सक्रिय हो गई है। प्रत्यर्पण के लिए जरूरी दस्तावेज डोमिनिका तक पहुंचा दिए गए हैं। इसके साथ ही एक निजी विमान भी उसे लाने के लिए डोमिनिका पहुंच गया है। फिलहाल चोकसी डोमिनिका पुलिस की गिरफ्त में है। वहीं एंटीगुआ की अदालत में प्रत्यर्पण पर दो जून को सुनवाई होगी।
डोमिनिका की एजेंसी में ने जेल में बंद चोकसी की तस्वीरें भी जारी की हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। तस्वीरों में से एक में चोकसी की एक आंख में सूजन और हाथ-पैर में चोट के निशान भी दिखाई दे रहे हैं। एक आंख पूरी तरह से लाल दिख रही है।
करीब तीन साल से मेहुल चोकसी एंटीगुआ में वहां की नागरिका लेकर रह रहा था। पिछले रविवार को मेहुल चोकसी भारत प्रत्यर्पण के डर से एंटीगुआ से भी फरार हो गया। इस दौरान चोकसी क्यूबा जाने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद डोमिनिका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस बीच भारत सरकार ने डोमिनिका एक विमान भेजा है। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने भी इस विमान के पहुंचने की पुष्टि की है। उसने प्रत्यर्पण में मदद की बात कही है।
ब्राउन पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे मेहुल चोकसी को वे अपने देश में वापस कबूल नहीं करेंगे और वे चाहते हैं कि चोकसी का प्रत्यर्पण भारत हो जाए। लेकिन एंटीगुआ के कोर्ट ने फिलहाल चोकसी के प्रत्यर्पण पर 2 जून तक रोक लगा रखी है। 2 जून को ही कोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा। इस बीच, भारत ने प्रत्यर्पण से जुड़े दस्तावेज भी सौंपे हैं। इससे अब हीरा कारोबारी पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है। वहीं, दूसरा मुख्य आरोपी और मेहुल चोकसी का भांजा नीरव मोदी इंग्लैंड की जेल में है, जिसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी जारी है।
इसी बीच, मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण एंटीगुआ में सियासी मुद्दा बन गया है। एंटीगुआ में विपक्ष के नेता ने कहा है कि चोकसी एंटीगुआ का नागरिक है और उसके नागरिक को किसी दूसरे देश को सौंपा नहीं जा सकता है। बता दें कि डोमिनिका में चोकसी की गिरफ्तारी के बाद एंटीगुआ के पीएम ने कहा था कि डोमिनिका मेहुल चोकसी को सीधे भारत को सौंप दें। हालांकि अब ये मामला अदालत में चल गया है। वहीं एंटीगुआ के पीएम ने कहा है कि विपक्ष फंड हासिल करने के चक्कर में मेहुल चौकसी का समर्थन कर रहा है।