टॉप ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हमले में मौत के दो दिन बाद बग़दाद स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने और अमेरिकी दूतावास पर रात में दो मिसाइलें दागी गई हैं। माना जा रहा है कि इस हमले के पीछे ईरान है। इस घटना के बाद खाड़ी में तनाव बढ़ता दिख रहा है।
ईरान ने अपने टॉप कमांडर सुलेमानी की मौत के बाद इसका बदला लेने की बात कही थी। बग़दाद में अमेरिकी दूतावास पर हमले को अब सुलेमानी की मौत का बदला माना जा रहा है। अभी यह जानकारी नहीं है कि अमेरिकी दूतावास पर हमले में कितना नुक्सान हुआ है।
शनिवार की रात हुए हमलों में पहला इराक की राजधानी बगदाद में स्थित अमेरिकी दूतावास पर हुआ। दूतावास पर रॉकेट दागा गया। पहले मोर्टार से हमला हुआ जिसमें दो रॉकेट दागे गए। बगदाद में यह इलाका ग्रीन जोन में आता है लेकिन इसके बावजूद रॉकेट फैट गए। धमाके के बाद दूतावास के अंदर अफरा तफरी का माहौल बन गया।
एक और हमला मध्य इराक में बलाद एयरफोर्स बेस पर किया गया जहाँ दो रॉकेट दागे गए। इराकी सेना के मुताबिक अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर रॉकेट से हमला हुआ है। यह कत्यूषा रॉकेट था जिसे सबसे पहले रूस ने निर्मित किया था। इराक में अमेरिकी दूतावास और अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर हुआ हमला ईरान के अमेरिका से बदले के तौर पर देखा जा रहा है।