वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण शुरू कर दिया है। हमेशा की तरह इस बार वित्त मंत्री बजट पेश करने के लिए आते समय हाथ में ब्रीफकेस नहीं लाल मखमली कपड़े में लिपटी बजट की कॉपी लेकर आईं। इसपर अशोक स्तम्भ का चिन्ह बना है। उनके साथ उनके डिपुटी अनुराग ठाकुर थे। वित्त मंत्री मुख्य बजट के साथ-साथ रेल बजट भी पेश करेंगी।
करीब ४९ साल बाद बजट की कमान महिला के हाथ में दिखी। सीतारमण से पहले २८ फरवरी, १९७० को इंदिरा गांधी ने बजट पेश किया था, जो देश की प्रधानमंत्री भी थीं। अभी तक हमेशा वित्त मंत्रियों के हाथ में बजट पेश करने के लिए आते समय ब्रीफ केस होता था लेकिन सीतारमण बजट की कॉपी लाल मखमली कपड़े में लपेट कर लाइन जिसपर अशोक स्तम्भ का चिन्ह था। मुख्य आर्थिक सलाहकार के सुब्रमण्यम ने कहा – ”ये भारतीय परंपरा है। हम पश्चिमी सभ्यता से अलग दिखना चाहते हैं क्योंकि ये बजट नहीं है, ये एक बही खाता है।”
सीतारमण के साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और विभाग की पूरी टीम भी थी।
यूनियन बजट के साथ-साथ आज रेल बजट भी पेश किया जा रहा है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही इसे पेश कर रही हैं।
अभी तक के भाषण में वित्त मंत्री ने छोटे और मझौले उद्योंगों को तोहफा देते हुए एक करोड़ का लोन देने की स्कीम का ऐलान किया है वहीं पांच करोड़ तक के टर्नओवर वाले व्यापारियों के लिए पेंशन स्कीम का भी ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने की बात कही। कहा मेक इन इंडिया को लोग समझते हैं और हम डिजिटल इंडिया को हर व्यक्ति तक पहुंचाएंगे। कहा जलमार्ग से भी व्यापार में सुगमता आ रही है।
वित्त मंत्री ने कहा उड़ान योजना के तहत आम आदमी को हवाई जहाज में बैठने का मौका मिला। भारत रोजगार देने वाला देश बना है और उद्योंगों के लिए निवेश की जरूरत है। मुद्रा योजना ने लोगों की जिंदगी बदली है। भारत माला योजना के तहत रोड़ बन रहे हैं। देशी, विदेशी निवेश नीति का चक्र हमने शुरू किया। पचपन साल में देश जहां एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बना वहीं पिछले पांच सालों में ही हम २.५ ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गए। अब हम इसे पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्ता बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।