बेस्ट कर्मचारियों के हड़ताल का आज पांचवा दिन चल रहा है । अब तक बेस्ट कर्मचारी यूनियन और बीएमसी प्रशासन के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया जिसके चलते मुंबईकरों की दिक्कतें कम होती नहीं दिखाई दे रही है। हालांकि मुंबईकरों की मदद के लिए स्कूल बस यूनियन और प्राइवेट बस यूनियन दोनों ने हजार हजार बसें प्रशासन को देने की बात कही है ।इन 2000 बसों से कुछ हद तक परेशानियां कम हो सकती हैं।स्कूल और प्राइवेट बसों का किराया बेस्ट बसों के की दरों के समान ही होगा। 10 किलोमीटर तक किराया ₹20 होगा। वरिष्ठ व दिव्यांग यात्रियों को मुफ्त सुविधा दी जाएगी।
इस बीच बेस्ट कर्मचारियों की समस्याओं को समझने और सुलझाने के लिए सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जहां एक ओर मुंबई के तकरीबन 25 लाख लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं इन चार दिनों में बेस्ट को लगभग 12 करोड़ का नुकसान हुआ है ।
बेस्ट प्रशासन के अनुसार बेस्ट फिलहाल 5000 करोड़ के कर्ज के नीचे दबी हुई है और उसे हर साल एक करोड़ का कर्ज सहना पड़ रहा है। पहले से ही घाटे में चल रही बेस्ट इस हड़ताल से और घाटे में चली जाएगी।