‘इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक, योगी ने आईटी सेल के लोगों से कहा कि टीवी चैनलों और अखबारों को चलाने वाले लोग औद्योगिक घराने से आते हैं, लेकिन सोशल मीडिया का कोई माई-बाप नहीं है। टीवी और अखबारों की चीजों पर नियंत्रण करने वाले लोग मौजूद हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसी व्यवस्था नहीं है। मुख्यमंत्री ने आईटी सेल के कार्यकर्ताओं से कहा कि सोशल मीडिया पर जवाब देने के लिए तैयार हो जाइए और किसी मुहूर्त का इंतजार मत कीजिए।
योगी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सतर्क करते हुए कहा कि हाल ही में यूपी की घटनाओं को लेकर दुनिया के कई देशों में मीडिया ट्रायल्स किए गए हैं और इन घटनाओं में वो लोग भी शामिल थे, जिनका यूपी से कोई दूर-दूर तक रिश्ता नहीं था। वहीं, इजरायल की निजी कंपनी पेगासस जासूसी के मामले पर सीएम योगी ने आईटी सेल के लोगों को कहा कि इसे काउंटर करने की दिशा में तत्काल कदम उठाने चाहिए।
आदित्यनाथ ने कहा कि एक वक्त था जब शक्तिशाली प्रिंट और टेलीविजन मीडिया के मालिक और संपादक हुआ करते थे, यहां कोई मालिक नहीं है। प्रिंट और विजुअल मीडिया में पहले कुछ लोग हुआ करते थे, जिनका नियंत्रण होता था, मगर सोशल मीडिया पर किसी का नियंत्रण नहीं है।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया एक बेलगाम घोड़ा है और इस पर लगाम के लिए उन्होंने ट्रेनिंग और तैयारियों का आग्रह किया। इसी ट्वीट में उन्होंने सवाल किया कि भारत में कौन सा एक राज्य है जो बेलगाम प्रदेश है?