वो 10 अक्टूबर, 1964 की बहुत उदास सुबह थी। शानदार कलाकार और दिग्गज निर्देशक गुरुदत्त नींद की ढेर सारी गोलियाँ खाकर हमेशा की नींद सो गये थे। उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। वास्तव में करोड़ों लोगों के सपनों की नगरी मुम्बई की सतरंगी दुनिया बॉलीवुड में सब कुछ सतरंगा नहीं है। यहाँ रोज़ हज़ारों सपने टूटते भी हैं। दरअसल सपने टूटने से आगे इस चकाचौंध की दुनिया का एक स्याह पक्ष भी है। सुशांत सिंह राजपूत जैसे कलाकारों का असमय काल के गाल में समा जाना इस स्याह पक्ष से ढेरों सवाल करता है।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या को लेकर भी कुछ ऐसे ही सवाल उठे हैं, जिनके उत्तर अभी तक कहीं ज़मीन के नीचे दबे हुए हैं। इनमें सबसे गम्भीर यह आरोप है कि बॉलीवुड में सभी को आसानी से टिकने नहीं दिया जाता। प्रतिभा होते हुए भी कुछ लोगों को काम नहीं मिलता और यह कि बॉलीवुड में कुछ गिने-चुने लोगों का कब्ज़ा है, जो कथित रूप से नये और यहाँ तक जमे हुए कलाकारों का भी भविष्य अपने हिसाब से तय करते हैं।
यह आरोप लगा है कि इन ताकतवर लोगों से बाहर आप फिल्म मिलने की कल्पना भी नहीं कर सकते और यदि इन लोगों से आपके रिश्ते बिगड़ जाएँ, तो अपने लिए सुनहरे करियर की उम्मीद नहीं कर सकते। बहुत कम लोग हैं, जो तमाम अवरोधों के बावजूद फिल्म नगरी में अपने बूते टिके रहे हैं।
सबसे पहले बात सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या से ही करते हैं। उनकी आत्महत्या के कुछ घंटे के ही भीतर फिल्म इंडस्ट्री (उद्योग) के दो बड़े नामों अभिनेता और निर्देशक शेखर कपूर और अभिनेत्री कंगना रणौत ने बहुत गम्भीर सवाल उठा दिये। कंगना रणौत ने कहा कि वे भी इस दौर से गुज़री हैं और कुछ लोग उन्हें भी बातचीत के दौरान मनोवैज्ञानिक रूप से आत्महत्या की तरफ ले जाने जैसी कोशिशें करते थे। वहीं शेखर कपूर ने कहा कि वह जानते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या की तरफ ले जाने वाले लोग कौन हैं?
सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या करने के बाद एक बात यह भी सामने आयी है कि कई फिल्में उनके साथ से छीन ली गयींं। आरोप लगाया भी कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने है। एक ट्वीट में निरुपम ने कहा- ‘छिछोरे हिट होने के बाद सुशांत सिंह राजपूत ने सात फिल्में साइन की थीं। छ: महीने में उसके हाथ से सारी फिल्में निकल गयी थीं। क्यों? यह आरोप सच है, तो सवाल उठना लाज़िमी है कि फिल्म इंडस्ट्री में वो कौन-सी ताकत है, जो फिल्में छीन लेती है?’
निरुपम ने तो यहाँ तक कहा कि फिल्म इंडस्ट्री की निष्ठुरता एक अलग लेवल पर काम करती है। इसी निष्ठुरता ने एक प्रतिभावान कलाकार को मार डाला। सुशांत को विनम्र श्रद्धांजलि। वैसे निरुपम ने यह ज़ाहिर नहीं किया कि सुशांत को मिली फिल्मों के क्या नाम थे?
खुद सुशांत सिंह राजपूत का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो 2017 के आइफा ईवेंट का है। इस वीडियो में सुशांत कह रहे हैं कि नेपोटिज्म यहाँ-वहाँ हर जगह है। सिर्फ बॉलीवुड में ही नहीं। मैं इसका कुछ नहीं कर सकता। भाई-भतीजावाद हो सकता है और इससे कुछ भी नहीं होगा। लेकिन वहीं अगर आप जानबूझकर सही टैलेंट को सामने नहीं आने देते, तो समस्या है। ऐसे में एक दिन इंडस्ट्री का पूरा ढाँचा ढह जाएगा।
यह भी सच है कि युवा सुशांत सिंह डिप्रेशन में चल रहे थे। ऐसा क्या कारण बन गया कि एक सफल अभिनेता डिप्रेशन में चला गया? उनकी मौत के बाद उनके अकाउंट की जो जानकारी सामने आयी है, उससे भी नहीं लगता कि उन्होंने कमज़ोर आॢथक हालात के चलते ऐसा कदम उठाया। उनके अकाउंट में अच्छा-खासा पैसा होने की बात सामने आयी थी।
उनके रिश्तेदारों ने यही कहा कि परिवार पुश्तैनी रूप से ही आॢथक रूप से मज़बूत रहा है। लिहाज़ा उन्होंने सुशांत की मौत की सीबीआई जाँच की माँग की। यह भी ज़ाहिर हुआ है कि उनकी तीन कम्पनियाँ भी चल रही थीं। तो क्या उनकी मौत किसी दबाव का नतीजा है? जो उन पर कोई लोग बना रहे थे और उनकी सफलता के चलते इंडस्ट्री से उन्हें बाहर करना चाहते थे?
उनकी आत्महत्या के बाद सबसे पहले सवाल उठाया जानी-मानी अभिनेत्री कंगना रणौत ने। कंगना ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में रणौत अभिनेता सुशांत की मौत से बेहद दु:खी दिख रही थीं; लेकिन साथ ही बहुत गुस्से में भी थीं।
वीडियो में वह कहती हैं- ‘सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया है। लेकिन अभी भी कुछ लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं कि जिनका दिमाग कमज़ोर होता है, वे लोग आत्महत्या करते हैं। जो बन्दा इंजीनियरिंग में रैंक होल्डर है, उसका दिमाग कमज़ोर कैसे हो सकता है?’ उनकी पिछली कुछ फिल्मों के बारे में उन्होंने लिखा है कि उनका कोई गॉड फादर नहीं है; उन्हें इंडस्ट्री से निकाल दिया जाएगा। जब अभिनेता खुद अपने साक्षात्कार में यह कह रहे हैं कि उन्हें इंडस्ट्री क्यों नहीं अपना रही है? क्या इस हादसे की कोई बुनियाद नहीं है?
कंगना के साथ ही जाने-माने अभिनेता-निर्देशक शेखर कपूर ने तो कहा- ‘मुझे मालूम था तुम्हारा दर्द! कौन था ज़िम्मेदार?’ शेखर की यह पोस्ट कई बातों की तरफ इशारा करती दिखती है। खासकर इस परिप्रेक्ष्य में, जिनमें यह खबरें आ रही हैं कि सुशांत इंडस्ट्री के टॉप डायरेक्टर्स के काम नहीं दिये जाने से हताश होने लगे थे। कुछ बड़े बैनर्स के साथ सुशांत के काम करने पर रोक लगानी की खबरें भी विचलित करने वाली हैं। …और यदि यह सच हैं, तो इंडस्ट्री के स्याह चेहरे की तरफ इशारा करती हैं।
सुशांत की मौत ने ऐसे अनसुलझे सवाल अपने पीछे छोड़ दिये हैं; जिनसे पर्दा उठता है, तो वह काफी चौंकाने वाला हो सकता है। पिछले 10 साल में इंडस्ट्री ने अपने कई प्रभाशाली कलाकारों को कुछ ऐसे रहस्यमय तरीके से खो दिया है कि शंका के कई कारण नज़र आते हैं। अनुराग कश्यप के भाई फिल्मकार अभिनव सिंह कश्यप ने फेसबुक पर आरोप लगाया कि अरबाज़ खान और परिवार ने कथित तौर पर 2010 की फिल्म दबंग के बाद उनके करियर का नुकसान किया। फिल्म निर्माता ने यह भी कहा कि निरंतर दबाव ने उनके मानसिक स्वास्थ्य को नष्ट कर दिया। इस पोस्ट में उन्होंने खान परिवार पर और भी कई आरोप लगाये। कश्यप ने सरकार से यह माँग भी की कि तमाम घटनाओं की विस्तृत जाँच शुरू करवाई जाए।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘शान्ति में आराम करें सुशांत सिंह राजपूत… ú शान्ति! लेकिन आपकी लड़ाई जारी है। सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या सबसे बड़ी समस्या है, जो हममें से कई झेल रहे हैं।’
अभिनेत्री कोएना मित्रा ने एक बयान में निर्माता करण जौहर की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी राय इंडस्ट्री की दिशा तय नहीं कर सकती। वह यह तय नहीं कर सकते कि कोई व्यक्ति सफल है या नहीं। उन्होंने यहाँ तक कहा कि करण जौहर के पास इस इंडस्ट्री का लाइसेंस नहीं है।
फिल्म इंडस्ट्री को लेकर बहुत पहले से यह आरोप लगते रहे हैं कि इसमें एक सिंडिकेट काम करता है। इसमें नये लोगों, खासकर फिल्मी परिवारों से बाहर के कलाकारों के लिए जगह बनानी बहुत मुश्किल है। उन्हें टिकने नहीं दिया जाता या अपनी शर्तें मनवाने के लिए मजबूर किया जाता है। पिछले वर्षों में जिस तरह बहुत-से प्रतिभाशाली कलाकारों ने आत्महत्या का रास्ता अपनाया है, उसे देखते हुए कई गम्भीर सवाल खड़े होते हैं। सुशांत की आत्महत्या के बाद उनको लेकर कई खुलासे होने लगे हैं। ऐसा लगता है कि जो कलाकार फिल्म इंडस्ट्री में इस कथित सिंडिकेट के शिकार रहे हैं, वे सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या को एक मौका मानकर कई तथ्य अपनी तरफ से सामने ला रहे हैं; ताकि कोई जाँच शुरू हो सके। इससे यह तो संकेत मिलता ही है कि कुछ ऐसा रहस्य है, जो फिल्म इंडस्ट्री अपने भीतर समेटे हुए है और जिसके बाहर आने से हंगामा मच सकता है।
एक समय था, जब बॉलीवुड पर अंडरवल्र्ड से रिश्तों को लेकर बहुत आरोप लगते थे; जो अभी भी लगते हैं। यह भी आरोप रहा है कि अंडरवल्र्ड का पैसा बड़े पैमाने पर फिल्मों में कई ज़रियों से इन्वेस्ट होता है। यहाँ तक कि कुछ फिल्मों के थीम अंडरवल्र्ड की रुचि से तय होती है। हाल के वर्षों में कुछ फिल्म कलाकारों के अंडरवल्र्ड की तरफ से आयोजित पार्टियों में जाने के भी वीडियो सामने आये हैं।
फिलहाल सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की जाँच चल रही है। उनकी करीबी रहीं रिया चक्रवर्ती ने जाँच के दौरान पुलिस को बताया कि सुशांत तीन कम्पनियों के मालिक थे। इनमें से एक कम्पनी रिया चक्रवर्ती के नाम पर भी थी। सुशांत ने पहली कम्पनी 2018 में खोली थी; जो एक्सप्लोर्ड ऑगमेंटेड, वर्चुअल रिएलिटी और आॢटफिसियल इंटेलीजेंस पर काम करती है।
इसके अलावा सुशांत की दूसरी कम्पनी का नाम विविड्रेज राइलेटिक्स है। कहा जा रहा है कि सुशांत ने यह नाम रिया के ही नाम पर रखा था। यह कम्पनी मिक्स्ड रिएलिटी और तकनीक के क्षेत्र में ही काम करती है। तीसरी कम्पनी स्वास्थ्य कल्याण और एजुकेशन रिसर्च, इन्टलेक्चुअल प्रॉपर्टी पर काम करती है।
सुशांत की करीबी रहीं रिया ने जाँच के दौरान पुलिस को यह भी बताया कि वे दोनों जल्द ही एक घर लेने वाले थे और साल के आखरी तक विवाह बन्धन में बँधने वाले थे। रिया ने आत्महत्या से जुड़ी जो बात पुलिस को बतायी, वो यह है कि सुशांत राजपूत सितंबर, 2019 में ‘दिल बेचारा’ फिल्म पूरी करने के बाद ही तनाव से पीडि़त दिखने लगे थे। सुशांत ने इसे नज़रअंदाज़ करना शुरू किया। लेकिन धीरे-धीरे उनकी तकलीफ बढऩे लगी।
जाँच में पुलिस को रिया ने यह भी बताया कि वह खुद सुशांत को डॉक्टर के पास ले गयी थीं और सुशांत का इलाज शुरू कराया। लेकिन सुशांत दवाइयाँ ठीक से नहीं ले रहे थे। कभी-कभी सुशांत एकदम से चुप रहते, तो कभी-कभी उनका अलग ही मूड रहता था। रिया ने बताया कि जब तक वह सुशांत के पास रहीं, तब तक उन्होंने उनका खूब खयाल रखा। लेकिन एक समय के बाद सुशांत ने खुद अकेले रहने की बात की और उन्हें घर भेज दिया। दोनों रूमी जाफरी के निर्देशन में एक फिल्म करने वाले थे; जिसे वासू भगनानी प्रोड्यूस करते। लेकिन लॉकडाउन के कारण फिल्म की शूटिंग रुक गयी थी। हालाँकि सुशांत अपने फ्यूचर प्राजेक्ट्स को लेकर काफी उत्साहित थे और उस पर काम कर रहे थे। रिया उनके प्रोजेक्ट में भी उनकी सपोर्ट कर रही थीं।
सितारों के बच्चे बनाम अन्य
यह आरोप लगाया जाता है कि फिल्म इंडस्ट्री में स्टार किड होना बहुत बड़ा लाभ माना जाता है। फिल्म इंडस्ट्री पर नज़र दौड़ायी जाए, तो ज़ाहिर होता है कि स्टार किड्स को बहुत आसानी से फिल्में मिल जाती हैं। लेकिन बाहर से आने वाले लोगों/कलाकारों को बहुत ज़्यादा मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसा नहीं है कि सभी स्टार किड फिल्मों में सफल हो जाते हैं। बहुत-से ऐसे हैं, जो प्रतिभा नहीं होने से बाहर भी हुए हैं। लेकिन वे कोई और काम इंडस्ट्री में सँभाल लेते हैं।
इसके विपरीत बाहर से आने वालों को आसानी से िकरदार या फिल्में नहीं मिलतीं। सुशांत सिंह की आत्महत्या के बाद जो बातें सामने आयी हैं, उनसे ज़ाहिर होता है कि जिनकी फिल्में चल निकलती हैं, उनके लिए भी ढेरों परेशानियाँ रहती हैं। सुशांत इसका उदाहरण हैं। उनकी फिल्में चल रही थीं। इसके बावजूद अगर यह आरोप सामने आ रहे हैं कि उनसे फिल्में छीनने की कोशिश हुई है, तो निश्चित ही फिल्म इंडस्ट्री पर गम्भीर सवाल उठते हैं।
यहाँ यह भी आश्चर्य की बात है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कुछ बॉलीवुड सितारों को सुशांत के जाने पर पर दु:ख जताना और हमदर्दी दिखाना रास नहीं आ रहा है। जबकि बहुत-से कलाकारों ने सुशांत की मौत को जाँच का विषय बताया है। अभिनेता निखिल द्विवेदी और मीरा चौपड़ा (प्रियंका चौपड़ा की चचेरी बहिन) ने बॉलीवुड को फटकार लगते हुए सोशल मीडिया पर एक लम्बी पोस्ट में बॉलीवुड को जमकर कोसा है। मीरा चौपड़ा ने लिखा है- ‘हम ऐसी एक इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं, जो बेरहम है। हम सभी को लम्बे समय से पता था कि सुशांत परेशान है; लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। उसके दोस्त और करीबी कहाँ है? क्यों किसी ने उसकी मदद नहीं की? उसे प्यार नहीं दिया। उसे काम नहीं दिया; जैसा वह चाहता था। क्योंकि किसी को उसकी परवाह थी ही नहीं। मुझे कहना ही पड़ेगा कि कोई आपकी परेशानी की परवाह यहाँ नहीं करता।’
सुशांत ने क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी पर बनी फिल्म में भी काम किया था। इस फिल्म के निर्देशक अरुण पांडे ने एक इंटरव्यू में बहुत गम्भीर बात कही। पांडे ने कहा- ‘सुशांत बहुत संवेदनशील इंसान थे और उन्हें लगता था कि वह इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं हैं। इसका हिस्सा होने के लिए उन्हें मेहनत करनी होगी। अब यह बड़ा सवाल है कि सुशांत को इतनी फिल्में करने के बाद भी क्यों लगता था कि वह इस इंडस्ट्री के हिस्सा नहीं हैं?’
मीरा चौपड़ा ने तो सुशांत से माफी भी माँगी और लिखा- ‘सुशांत! तुम्हारी मौत एक निजी हानि है। जैसे मैं इंडस्ट्री को देखती थी, अब कभी नहीं देख पाऊँगी। हम तुम्हारा साथ देने में नाकाम रहे। यह इंडस्ट्री नाकाम रही। तुम और बहुत कुछ बेहतर पाने लायक थे। मुझे माफ कर देना।’
निखिल द्विवेदी की पोस्ट भी कई सवाल उठाती है। निखिल ने लिखा- ‘बहुत बार फिल्म इंडस्ट्री के दोगलेपन से मुझे चिढ़ होती है। बड़े लोग कह रहे हैं कि उन्हें सुशांत के टच में रहना चाहिए था। क्या बोल रहे हो यार! तुम ऐसा नहीं करते। क्योंकि उसका करियर नीचे जा रहा था। तो अपना मुँह बन्द ही रखो। क्या तुम लोग इमरान खान और अभय देओल या अन्य के टच में हो? नहीं! लेकिन तुम तब उनके टच में थे? जब वे करियर में अच्छा कर रहे थे।’
मीडिया में इन लोगों के चमचे हैं। वे सुशांत के बारे में लिखते हैं कि एडिक्टेड है। संजय दत्त की एडिक्शन तो आप लोगों को खूब क्यूट लगती है। मुझे फोन करके लोग कहते हैं कि तुम्हारा बहुत डिफिकल्ट टाइम है; कहीं ऐसे-वैसे कदम मत उठा लेना तुम। क्यों मुझे ऐसा कहा जाता है? क्यों मेरे दिमाग में डालना चाहते हैं कि आप आत्महत्या कर लीजिए? यह आत्महत्या थी कि प्लांड मर्डर था? सुशांत की गलती यही है कि उन्होंने कहा कि तुम वर्कलेस हो और वह मान गया। वे चाहते हैं कि वे इतिहास लिखें और ये लिखें कि सुशांत कमज़ोर दिमाग का था। वे सच्चाई नहीं बताएँगे। हमें यह डिसाइड करना है कि इतिहास
कौन लिखेगा? कंगना रणौत, अभिनेत्री
तुम जिस दर्द से गुज़र रहे थे, उसका मुझे एहसास था। जिन लोगों ने तुम्हें कमज़ोर बनाया और जिनके कारण तुम मेरे कन्धे पर सिर रखकर आँसू बहाते थे। उनकी कहानी मैं जानता हूँ। काश पिछले छ: महीने मैं तुम्हारे साथ होता। काश तुमने मुझसे बात की होती। जो कुछ भी हुआ, वह किसी और के कर्म थे; तुम्हारे नहीं।
शेखर कपूर, अभिनेता-निर्देशक
आत्महत्याओं का सिलसिला
फिल्म इंडस्ट्री में आत्महत्याओं का सिलसिला लम्बा है। इनके पीछे अलग-अलग कारण हो सकते हैं; लेकिन यह कड़ी कुछ ज़्यादा ही लम्बी है। आइए, एक नज़र डालते हैं :-
सिल्क स्मिता : सिल्क की ज़िन्दगी उतार-चढ़ाव वाली रही। वे 80 और 90 के दशक में करोड़ों दिलों पर राज कर रही थीं। प्रसिद्धि मिली; लेकिन परेशान रहने लगीं। एक दिन अपने चेन्नई के अपार्टमेंट में मृत पायी गयीं। सिल्क ने आत्महत्या कर ली थी।
परवीन बॉबी : उनका जीवन रहस्यमयी रहा। कामयाबी उनके कदम चूमती थी। लेकिन 22 जनवरी, 2005 को अपने अपार्टमेंट में मृत मिलीं।
जिया खान : यह चुलबुली लडक़ी 2007 में अमिताभ बच्चन के साथ नि:शब्द फिल्म में दिखी। फिल्मी करियर शुरू हो गया था। करीब 25 साल की उम्र में गजनी जैसी फिल्म में काम किया और 2010 में हाउसफुल भी सुपरहिट रही। वे एक दिन अपने घर में मृत मिलीं। कहा जाता है कि वे निजी ज़िन्दगी में परेशान थीं।
दिव्या भारती : दक्षिण भारतीय इस अभिनेत्री ने 19 साल की उम्र में ही घर की बालकनी से गिरकर मौत हुई थी, जिसे आत्महत्या माना गया। फिल्म इंडस्ट्री में वे खूब सफल हो रही थीं। उनकी मौत आज भी एक रहस्य है।
प्रत्युषा बनर्जी : सिर्फ 24 साल की प्रत्युषा बनर्जी ने पहली अप्रैल, 2016 को फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रत्यूषा ने अपने कमरे में ही रस्सी से खुद को लटका लिया था।
शिखा जोशी : एक्ट्रेस शिखा जोशी ने 16 मई, 2015 को मुम्बई के अँधेरी इलाके में चाकू से गला काटकर आत्महत्या कर ली थी। महज़ 40 साल की शिखा ने एम्बुलेंस में जाते समय अपनी दोस्त के मोबाइल पर यह बयान दर्ज करवाया था कि उन्होंने यह कदम काम न मिलने के कारण उठाया है।
सय्यम खन्ना (मोना खन्ना) : बॉलीवुड की संघर्षशील अभिनेत्री ने साल 2014 में आत्महत्या की थी। उन्होंने मुम्बई के वर्सोवा स्थित अपने फ्लैट में फाँसी लगा ली थी। आत्महत्या नोट में उन्होंने लिखा था कि फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं मिलने से वह परेशान हैं और इसलिए ऐसा कदम उठा रही हैं। करियर में उन्होंने दो फिल्मों में काम किया था।
बिदिशा बेजबरूआ : असम की मॉडल और सिंगर बिदिशा ने हरियाणा के गुरुग्राम में खुदकुशी कर ली थी।
नफीसा जोसेफ : टी.वी. एक्ट्रेस और मॉडल नफीसा जोसेफ की मौत किसी राज़ से कम नहीं है। साल 1997 में मिस इंडिया यूनिवर्स का ताज अपने नाम करने वाली नफीसा साल 2004 में महज़ 26 साल की उम्र में फाँसी के फन्दे पर झूल गयीं। नफीसा ने अपने करियर की शुरुआत एक मॉडल के रूप में की थी; लेकिन उन्होंने एक एक्ट्रेस के रूप में भी अपनी पहचान बनायी थी।
कुणाल सिंह : कुणाल का नाम तमिल सिनेमा के लिए जाना जाता था। पहली फिल्म में उनके अपोजिट सोनाली बेंद्रे थीं। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खूब चली; लेकिन इसके बाद उन्हें लगातार असफलता का मुँह देखना पड़ा। और 7 फरवरी, 2008 को कुणाल अपने मुम्बई स्थित अपार्टमेंट में पंखे से लटके हुए मिले। उन्होंने आत्महत्या क्यों की? यह कोई नहीं जानता।
कुलजीत रंधावा : कुलजीत को बतौर टी.वी. एक्ट्रेस और मॉडल जाना जाता था। खासतौर से टी.वी. सीरीज स्पेशल स्क्वाड और सीएटीएस से उन्होंने पहचान बनायी। साल 2006 में अचानक उनकी मौत की खबर से मॉडलिंग इंडस्ट्री से टी.वी. वल्र्ड तक हैरान रह गये। उन्होंने जुहू स्थित अपने अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या नोट में उन्होंने लिखा- ‘मैं ज़िन्दगी के दबाव झेल नहीं पा रही हूँ; इसलिए आत्महत्या करने जैसा कदम उठा रही हूँ।’
विजयलक्षमी : साउथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस विजयलक्ष्मी, जिन्हें फिल्मी दुनिया में दूसरी सिल्क स्मिता भी कहते हैं। लेकिन 35 साल की उम्र में ही साल 1996 में उन्होंने ज़हर खाकर जान दे दी थी।
रविशंकर आलोक : बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में असिस्टेंट डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर रविशंकर आलोक ने नाना पाटेकर की फिल्म ‘अब तक छप्पन’ के लिए भी काम किया था। उन्होंने एक इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उनके भाई ने कहा था कि काम न मिलने की वजह से वह परेशान चल रहे थे।
राहुल दीक्षित : छोटे पर्दे के मशहूर अभिनेता राहुल दीक्षित ने जनवरी 2019 में खुदकुशी कर ली थी। इनकी भी खुदकुशी रहस्य ही रही।
कुशल पंजाबी : अभिनेता ने 27 दिसंबर, 2019 को फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कुशाल ने 1995 में सीरियल ‘अ माउथफुट ऑफ स्काई’ से करियर की शुरुआत की थी। वह ‘लव मैरिज’, ‘सीआईडी’, ‘कभी हाँ, कभी न’, ‘यह दिल चाहे मोर’, ‘देखो मगर प्यार स’े, ‘सजन रे झूठ मत बोलो’, ‘इश्क में मरजावाँ’ जैसे कई सीरियलों में नज़र आये। उन्होंने सलमान खान के साथ फिल्म ‘सलाम-ए-इश्क’, ‘दन दना दन गोल’, अक्षय के साथ फिल्म ‘अंदाज’, रितिक रोशन के साथ फिल्म ‘लक्ष्य’ और अजय देवगन के साथ फिल्म ‘काल’ में भी काम किया था।
प्रेक्षा मेहता : क्राइम पेट्रोल की अभिनेत्री प्रेक्षा मेहता ने महज़ 25 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली। इंदौर में अपने आवास पर प्रेक्षा ने पंखे से लटककर जान दे दी। कहा जाता है कि वह डिप्रेशन में चली गयी थीं। उन्होंने मौत से कुछ दिन पहले अपने इंटाग्राम पर लिखा था- ‘सबसे बुरा होता है, सपनों का मर जाना।’
यदि कुछ अपवाद छोड़ दिये जाएँ तो बॉलीवुड में कुछ खानदानों का दबदबा रहा है। कपूर खानदान सबसे प्रसिद्ध है, जिसने फिल्म इंडस्ट्री को कई जाने माने कलाकार दिये। आइए, जानते हैं बॉलीवुड के मशहूर खानदानों के बारे में :-
बॉलीवुड के सबसे सम्मानित और दिग्गज परिवारों में गिना जाता है कपूर खानदान। पृथ्वीराज कपूर से शुरू होकर यह सिलसिला राज कपूर, शम्मी कपूर और शशि कपूर रणधीर कपूर और ऋषि कपूर से होता हुआ करीना कपूर, रणबीर कपूर तक पहुँचा है। इनसे इतर एक और कपूर परिवार है, जिसमें निर्माता रहे सुरिंदर कपूर का परिवार है। उनके तीनों बेटे बोनी कपूर, अनिल कपूर और संजय कपूर फिल्म इंडस्ट्री में जाना-माना नाम हैं। बोनी कपूर ने अभिनेत्री श्रीदेवी (अब दिवंगत) से शादी की थी, जिनकी बेटी जाह्नवी भी बॉलीवुड में पैर जमा रही हैं। अनिल कपूर की दो बेटियाँ- सोनम कपूर अभिनेत्री हैं, जबकि रिया कपूर प्रोड्यूसर हैं। बोनी कपूर की पहली पत्नी मोना से बेटा अर्जुन कपूर है। तीसरा कपूर परिवार शक्ति कपूर का है। उनकी बेटी श्रद्धा कपूर सफल अभिनेत्री हैं। चौथा कपूर परिवार मशहूर अभिनेता जितेंद्र का है। उनके बेटे तुषार कपूर अभिनेता हैं और बेटी एकता कपूर फिल्म इंडस्ट्री और टी.वी. की मशहूर हस्ती हैं। जबकि भांजा अभिषेक कपूर भी फिल्मों में ही है।
वैसे तो अमिताभ बच्चन ने अपने बूते बॉलीवुड में अपनी जगह बनायी; लेकिन आज बच्चन परिवार फिल्म इंडस्ट्री का सबसे मज़बूत परिवारों में से एक माना जाता है। उनकी पत्नी जया भादुड़ी जानी मानी अभिनेत्री हैं; जबकि पुत्र अभिषेक बच्चन अभिनेता हैं। मशहूर अभिनेत्री ऐश्वर्या राय ने अभिषेक से विवाह किया, तो यह परिवार पूरी तरह फिल्मी परिवार हो गया।
खान परिवार का भी फिल्म इंडस्ट्री में दबदबा है। सलीम खान हीरो बने। लेकिन फिर लेखन में कूद गये। शोले जैसी फिल्म सलीम ने जावेद मिलकर लिखी। उनकी पत्नी सलमा से बेटे सलमान, अरबाज़ और सोहेल खान बड़े फिल्मी सितारे हैं। सलीम की दूसरी पत्नी मशहूर अभिनेत्री हेलन हैं। अरबाज़ ने कलाकार मलाइका अरोड़ा से शादी की थी। लेकिन अब साथ नहीं रहते। अभिनेत्री अमृता अरोड़ा, मलाइका अरोड़ा की छोटी बहन है। सलीम खान की बेटी अलवीरा खान ने अभिनेता अतुल अग्निहोत्री से शादी की, जबकि उनकी मुँहबोली बहन अर्पिता के पति आयुष शर्मा में फिल्मों में काम कर रहे हैं। इस खान परिवार के अलावा मशहूर अभिनेता आमिर खान के पिता ताहिर हुसैन ने बतौर प्रोड्यूसर 1971 में फिल्म कारवाँ से करियर शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में बनायीं। तीसरे खान हैं- शाहरुख खान; जो अपने दम पर इंडस्ट्री में छा गये। उनकी पत्नी गौरी खान हैं। एक और खान परिवार सैफ अली खान है। सैफ की माता मशहूर अभिनेत्री शॢमला टैगोर खान हैं; जबकि उनकी पत्नी करीना कपूर खान भी जानी-मानी अभिनेत्री हैं। अब तो सैफ की पहली पत्नी से बेटी सारा अली खान भी अभिनत्री बन गयी हैं। सैफ की बहन सोहा अली खान भी अभिनेत्री हैं; जबकि उनके पति कुणाल खेमू फिल्मों से जुड़े हैं।
सलीम खान के साथी लेखक रहे जावेद अख्तर का भी परिवार मशहूर है। जावेद की पहली पत्नी कलाकार हनी ईरानी थीं; जिनके बच्चे जोया अख्तर और फरहान अख्तर बॉलीवुड में जमे हुए कलाकार हैं। वैसे जावेद अख्तर के पिता जाँ निसार अख्तर अपने ज़माने के मशहूर गीतकार थे। जावेद की दूसरी पत्नी शबाना आज़मी भी मशहूर अभिनेत्री हैं। कोरियोग्राफर-निर्देशक फराह खान और साजिद खान, हनी ईरानी और डेजी ईरानी के भांजा-भांजी हैं। अभिनेत्री तब्बू भी शबाना की रिश्ते में भांजी हैं।
बलदेव राज चौपड़ा इंडस्ट्री की मशहूर हस्ती रहे। बी.आर. फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस का उन्होंने निर्माण किया। बलदेव राज के छोटे भाई यश चौपड़ा मशहूर निर्देशक थे। यश के बेटे आदित्य चौपड़ा निर्देशक हैं। यश चौपड़ा की बहन हीरू से यश जौहर ने शादी की। यश और हीरू के बेटे करण जौहर हैं; जिन्हें फिल्मी परिवारों के बच्चों को लॉन्च करने के लिए जाना जाता है। अब मशहूर अभिनेत्री रानी मुखर्जी भी विवाह करके इस परिवार से जुड़ चुकी हैं।
वैसे खुद रानी मुखर्जी के पिता राम मुखर्जी भी फिल्ममेकर थे। उनकी चचेरी बहिन काजोल मशहूर अभिनेत्री हैं और अभिनेता अजय देवगन से ब्याही हैं। मुखर्जी परिवार का फिल्म इंडस्ट्री में डंका रहा है। मशहूर अभिनेत्री रतन बाई की बेटी शोभना समर्थ अपने ज़माने की लोकप्रिय कलाकार रहीं। शोभना समर्थ की दो बेटियाँ नूतन और तनुजा ने भी खूब नाम कमाया। नूतन के बेटे अभिनेता रहे मोहनिश बहल हैं। तनुजा की दो बेटियाँ काजोल और तनीषा हैं।
फिल्म इंडस्ट्री के ‘ही मैन’ धर्मेंद्र को कौन नहीं जानता। इस परिवार में हेमा मालिनी दूसरी बड़ी स्टार हैं। धर्मेंद्र के पहली पत्नी प्रकाश कौर से बेटे सन्नी देओल और बॉबी देओल जाने-माने अभिनेता हैं; जबकि हेमा की बेटी ईशा फिल्मों में काम कर चुकी हैं। धर्मेंद्र ने भतीजे अभय भी अभिनेता हैं; जबकि सन्नी देओल ने अपने बेटे करण देओल को भी फिल्मों में उतार दिया है।
राजेश खन्ना ने अभिनेत्री डिम्पल कपाडिय़ा से शादी की और फिल्मी परिवार की शुरुआत हो गयी। उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना भी अभिनेत्री बनीं और अब मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार की पत्नी हैं। सिंपल कपाडिय़ा और ङ्क्षरकी खन्ना भी इसी परिवार से जुड़ी रहीं।
डेविड धवन और अनिल धवन मशहूर फिल्मकार हैं। डेविड के बेटे वरुण धवन उभरते अभिनेता हैं; जबकि परिवार के रोहित और सिद्धार्थ धवन भी फिल्मों में हैं।
रोशन परिवार भी पीछे नहीं। रोशन लाल नागरथ संगीतकार थे। उनके एक बेटे राकेश रोशन अभिनेता बने; जबकि दूसरे राजेश रोशन संगीतकार। राकेश के बेटे ऋतिक रोशन ने बतौर अभिनेता खूब नाम कमाया है।