अपने ग्लव्स में ”बलिदान चिन्ह” वाले बैज इस्तेमाल करने पर विश्व कप में खेल रही भारतीय टीम के विकेटकीपर धोनी से आईसीसी के ऐतराज जताने के बाद बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड) ने कहा है कि इस मसले पर दुबारा आईसीसी से बात की जा रहे है। वैसे सेना ने एक ब्यान में साफ़ किया है कि धोनी ने अपने ग्लव्स पर जो बैज चिन्ह इस्तेमाल किया है वह सेना का ”बलिदान चिन्ह” नहीं है।
माना जाता है कि पाकिस्तान ने धोनी के ग्लब्स पर बैज को लेकर अपनी आपत्ति जताई थी जिसके बाद आईसीसी ने धोनी से इसे ‘कवर” करने ( ढकने) के लिए कहा। हालांकि, बीसीसीआई ने धोनी के साथ खड़े होते हुए आईसीसी के ऐतराज को बेबजह बताते हुए कहा है कि पहले ही आईसीसी को इसकी जानकारी दी गयी थी और अब दुबारा उसे इस बारे में बताया जाएगा
इस बीच भारत के खेल मंत्री किरण रिजिजू ने बीसीसीआई से कहा है कि वह इस बारे में पूरा पक्ष रखे। मंत्री ने साफ़ तौर पर कहा है कि ”देश के सम्मान के साथ समझौता नहीं किया जाएगा।”
गौरतलब है कि आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप २०१९ में एम एस धोनी के विकेटकीपिंग ग्लव्स विवाद का मुद्दा बन गए हैं। धोनी के ग्ल्वस पर भारतीय सेना का ”बलिदान बैज” लगा हुआ है जिसपर आईसीसी ने आपत्ति जताई है। आईसीसी ने धोनी को अपने ग्लव्स से बलिदान बैज हटाने के लिए कहा जिसपर अब बीसीसीआई ने कहा है कि धोनी के ग्लव्स पर आईसीसी से पहले ही इजाजत मांग ली थी लेकिन अब बोर्ड एक बार फिर आईसीसी से बात करेगा।
माना जाता है कि पाकिस्तान ने धोनी के ग्लब्स पर बैज को लेकर अपनी आपत्ति जताई थी जिसके बाद आईसीसी ने धोनी से इसे ‘कवर” करने ( ढकने) के लिए कहा। हालांकि, बीसीसीआई ने धोनी के साथ खड़े होते हुए आईसीसी के ऐतराज को बेबजह बताते हुए कहा है कि पहले ही आईसीसी को इसकी जानकारी दी गयी थी और अब दुबारा उसे इस बारे में बताया जाएगा
इस बीच भारत के खेल मंत्री किरण रिजिजू ने बीसीसीआई से कहा है कि वह इस बारे में पूरा पक्ष रखे। मंत्री ने साफ़ तौर पर कहा है कि ”देश के सम्मान के साथ समझौता नहीं किया जाएगा।”
गौरतलब है कि आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप २०१९ में एम एस धोनी के विकेटकीपिंग ग्लव्स विवाद का मुद्दा बन गए हैं। धोनी के ग्ल्वस पर भारतीय सेना का ”बलिदान बैज” लगा हुआ है जिसपर आईसीसी ने आपत्ति जताई है। आईसीसी ने धोनी को अपने ग्लव्स से बलिदान बैज हटाने के लिए कहा जिसपर अब बीसीसीआई ने कहा है कि धोनी के ग्लव्स पर आईसीसी से पहले ही इजाजत मांग ली थी लेकिन अब बोर्ड एक बार फिर आईसीसी से बात करेगा।