करीब डेढ़ हफ्ते पहले लोक सभा में विश्वासमत जीतने के लिए भाजपा संसदीय दल ने मंगलवार को नई दिल्ली में संसद के लाइब्रेरी भवन में बैठक की। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को लड्डू खिलाकर और हार पहनाकर सम्मानित किया गया। बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी को सम्मानित किया।
आजकल संसद का मानसून सत्र भी चल रहा है। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उठाये कुछ सवालों पर चुटकियों के साथ जवाब दिया था। राहुल ने इससे पहले राफेल विमान डील को लेकर पीएम और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर गंभीर आरोप लगाए थे। आज हुई बैठक से पहले अविश्वास प्रस्ताव पर मिली जीत के लिए मोदी का सम्मानित किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में असम पर एनआरसी के अंतिम ड्राफ्ट पर विपक्ष के हमलावर रवैये पर भी चर्चा हुई और आगे की रणनीति पर विचार किया गया। असम के मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा था कि असम के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजीयन का मसौदा पूरी तरह “निष्पक्ष” है और जिनका नाम इसमें शामिल नहीं है उन्हें घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि उन्हें भारतीय नागरिकता साबित करने का मौका मिलेगा। सिंह ने कहा था कि यह सारी प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की देख रेख में हो रही है।
उधर मोदी ने बैठक में जाते हुए उस समय एक संसद को अपने पेअर छूने से रोक दिया जब उसने ऐसा करनी कोशिश की। गौरतलब है कि मोदी को मिली धमकियों के मद्देनजर भी इस तरह की सुरक्षा बरती जाती है। हालाँकि यहाँ मोदी ने खुद संसद को पेअर छूने से रोका और हाथ से न करते हुए इशारा किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन संसद ने कुछ रोज पहले मोदी को पत्र लिखकर दलितों के प्रति व्यवहार को लेकर नाराजगी जताई थी। याद रहे प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि कोई भी नेता उनके पैर न छुए। कुछ दिन पहले पीएम की पहल पर बाकायदा सरकारी सेक्युलर जारी हुआ था जिसमें किसी का स्वागत फूलों के गुलदस्ते से न करने को कहा गया था।