बिहार सीटों पर घोषणा के लिए एनडीए घातक दलों भाजपा-जेडीयू-एलजेपी की साझा प्रेस कांफ्रेंस कल तक के लिए टल गयी है। इसका कारण एलजेपी नेता और मोदी सरकार में मंत्री रामविलास पासवान का दिल्ली से बाहर होना बताया गया है।
पहले यह प्रेस कांफ्रेंस आज होने वाली थी। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक समझौते में भाजपा को १८, जेडीयू को १७ और एलजेपी को ६ सीटों की बात तय हुई है। कहा गया है कि खुद रामविलास पासवान लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते और वे राज्य सभा में जाने के इच्छुक हैं। लिहाजा एलजेपी को एक सीट राज्य सभा की भी देने की बात है।
एलजेपी में रामविलास के पुत्र चिराग पासवान ताकतवर होकर उभरे हैं जो एलजेपी के पार्लियामेंटरी बोर्ड के भी अध्यक्ष हैं। पहले चिराग के मीडिया में जो ब्यान आये थे उनसे लगता था कि वे एनडीए से बाहर भी जा सकते हैं। इससे भाजपा पर इतना दवाब बना कि उसने अपने एक महासचिव के जिम्मा सौंप गुरूवार को पासवान पिता-पुत्र की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करवाई। चिराग के ब्यान से संकेत मिल रहा था कि वे एक ”सुरक्षित दूरी” बनाकर भाजपा नेतृत्व पर बेहतर सीटों के लिए दवाब बना रहे हैं।
भाजपा चिराग के ब्यान के बाद साफ़ तौर पर दवाब में दिखी। उसे मालूम था कि उपेंद्र कुशवाहा के यूपीए में जाने के बाद कहीं एलजेपी ने भी यूपीए का दामन थामने की बात कह दी तो देश में भाजपा के खिलाफ चुनावी माहौल बन जाएगा। लिहाजा पासवान को समझौते के लिए मना लिया गया।