नीतीश कुमार आज शाम 7वीं बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। उनके साथ अन्य मंत्रियों के अलावा तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी भी मंत्री पद की शपथ लेंगे, जिन्हें भाजपा ने उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। प्रसाद और रेणु कल भाजपा विधानमंडल दल ने क्रमशः नेता और उप नेता चुने गए थे। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी उपस्थित रहेंगे।
अभी साफ़ नहीं है कि मुख्यमंत्री के अलावा कितने मंत्री शपथ लेंगे। संभावना है कि यह संख्या 15-16 के आसपास हो सकती है। इनमें भाजपा के 7, जदयू के 6 और एक-एक सहयोगी दलों ‘हम’ और ‘वीआईपी’ के हो सकते हैं। उप मुख्यमंत्री बनने वाले तार किशोर प्रसाद पहले कभी मंत्री नहीं रहे हैं, हालांकि वो चौथी बार विधायक बने हैं। उन्हें तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का करीबी माना जाता है। विधानसभा अध्यक्ष किसका बनेगा, यह देखना भी दिलचस्प होगा। भाजपा इस बार संख्या के दम पर अपना स्पीकर बनाना चाहती है।
विधानसभा चुनाव में एनडीए (भाजपा 73, जदयू 43) को लगभग बहुमत लायक सीटें मिली हैं और कल राज्यपाल को नीतीश कुमार ने 125+1 विधायकों के समर्थन वाला पत्र दिया था। विपक्षी आरजेडी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है जिसके पास 74 सीटें हैं जबकि उसकी साथी कांग्रेस चौथे नंबर पर है और 19 सीटें उसने जीती हैं। जदयू मुख्यमंत्री पद भले पा रही हो, उसका विधायकों की संख्या के हिसाब से तीसरा नंबर है। नियमों से बिहार विधानसभा के वर्तमान फॉर्मेट के हिसाब से कैबिनेट में अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
शपथ ग्रहण शाम 4-4.30 के बीच राजभवन में होगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे। उनकी मौजूदगी में ही मंत्रियों के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी। नीतीश कुमार पहले पटना के गांधी मैदान में शपथ लेते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह सीमित लोगों की मौजूदगी में राजभवन में आयोजित किया गया है।
भाजपा की तरफ से श्रवण कुमार, संजय झा, नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, बीमा भारती, विजेंदर प्रसाद यादव के नाम सामने आ रहे हैं। भाजपा युवा चेहरों को मौका देने की कोशिश में है और वह कुछ नए चेहरों को सामने लाकर चौंका सकती है। खबर यह भी है कि नई सरकार कई पुराने चेहरे नहीं दिखेंगे। भाजपा के सुरेश शर्मा और ब्रजकिशोर बिंद, जेडीयू के कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, जयकुमार सिंह, शैलेश कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, संतोष निराला, खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, रमेश ऋषिदेव, रामसेवक सिंह जैसे लोग हार चुके हैं। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से संतोष सुमन और वीआईपी से मुकेश सहनी मंत्री बन सकते हैं।