इन दिनों बिहार में सियासत गरमाई हुई है। पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और अब राष्ट्रीय जनता दल व विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पटना से दिल्ली तक जातीय जनगणना कराने के मुद्दे पर पदयात्रा करने का ऐलान किया है।
तेजस्वी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ सोमवार को हुई बैठक के बाद नीतीश कुमार सरकार के रवैये के विरोध मे पदयात्रा का ऐलान किया।
जातीय जनगणना के मुद्दे पर सरकार पर घेरते हुए तेजस्वी ने कहा कि, “इन मुद्दे पर उनके प्रयास के कारण विधानसभा में इस मुद्दे पर प्रस्ताव पारित हुआ और नीतीश कुमार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी हुर्इ।“
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, सभी राजनीतिक दल एक बैठक कर इस पर मंथन करे किंतु कोरोना महामारी के चलते सर्वदलीय बैठक में देरी हो रही है। किंतु इस मुद्दे पर सभी दलों से बात की जाएगी।
आपको बता दे, यह मुद्दा तब गरमाया जब असम में गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक बयान में देश मे र्इ-जनगणना कराने की बात कही और कहा कि बच्चे की जन्म की तारीख को जनगणना से लिंक किया जाएगा। यह सब अब एक सॉफ्टवेयर मे दर्ज किया जाएगा, जिससे की जनगणना की प्रक्रिया ऑटोमेटिक अपडेट होती जाएगी।