बिहार चुनाव से तय होगी देश की राजनीति !

सुबह 10 बजे तक 7.35 फीसदी मतदान

देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण शुरू हो गया है। यह विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सत्ता में उनकी सहयोगी भाजपा ही नहीं आरजेडी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव और एनडीए से अलग होकर अकेले चुनाव में उतरी एलजीपी के अलावा कांग्रेस के लिए भी बड़ी परीक्षा है। आज मतदान वाली 71 सीटों पर 1066 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। रोजगार इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है, जिसका एक बड़ा कारण लॉक डाउन के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरी चले जाना है।

इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत नतीजों में बहुत महत्वपूर्ण रोल अदा करेगा। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक सुबह 10 बजे तक 71 सीटों के लिए हो रहे मतदान का प्रतिशत करीब 7.35 फीसदी था। लखीसराय में सबसे ज्यादा 8 फीसदी वोट पड़े हैं। धीरे-धीरे लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने  पहुंच रहे हैं। आज बिहार के 16 जिलों में मतदान चल रहा है। इन हलकों के लिए दो राष्ट्रीय नेता पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पुर अध्यक्ष राहुल गांधी प्रचार कर चुके हैं जबकि तीन मुख्य क्षेत्रीय नेताओं सीएम नीतीश कुमार, आरजेडी के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव और एलजेपी के चिराग पासवान शामिल हैं।

इन 71 सीटों पर आरजेडी-कांग्रेस को 2015 के चुनाव में 37 सीटें मिली थीं जिनमें से  आरजेडी को 27, कांग्रेस को 9 और बाकी अन्य सहयोगियों को मिली थीं। इस तरह देखा जाए आज की 71 सीटों पर आरजेडी महागठबंधन का दबदबा रहा है। इस बार यह महागठबंधन यहां ज्यादा सीटों की उम्मीद कर रहा है। वैसे उस चुनाव में जदयू  महागठबंधन से मिलकर चुनाव लड़ा था।

उधर वर्तमान जदयू-भाजपा गठबंधन को यहां 32 सीटें मिली थीं। इनमें भाजपा को 13, जदयू को 18 और ‘हम’ को एक सीट मिली थी। इस बार जदयू काफी दबाव में है। भाजपा के लिए भी इस चुनाव में बड़ी चुनौतियाँ हैं जबकि तेजस्वी यादव अपनी चुनाव सभाओं में उमड़ी जबरदस्त भीड़ को देखते हुए बड़ी सफलता की उम्मीद कर रहे हैं।

पहले चरण में आठ मंत्रियों के भाग्य का फैसला होना है। इनमें कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, विज्ञान और  प्रावैधिकी मंत्री जयकुमार सिंह, भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री राम नारायण मंडल, श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा, खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद, परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला शामिल हैं। पहले चरण के चुनाव को लेकर राज्य के 2 करोड़ 14 लाख 84 हजार 787 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

अभी तक मतदान सही चल रहा  कोविड-19 के नियमों का पालन होता भी दिख रहा है। सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम देखने को मिल रहे हैं। मतदान के बीच औरंगाबाद जिले के ढिबरा इलाके से सुरक्षाबलों ने दो आईईडी बरामद किये हैं।

आज 1066 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। इन उम्मीदवारों में आठ मंत्रियों  सहित 952 पुरुष और 114 महिला प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान के बीच नवादा में भाजपा के पोलिंग एजेंट की हार्ट अटैक से मौत हो गई। सासाराम में काराकाट विधानसभा सीट के उदयपुर गांव में मतदान करने आये एक अधेड़ की मौत मतदान केंद्र पर हो गई।

भाजपा के विधायक प्रेम कुमार मतदान के लिए मास्क में तो आये लेकिन उनके मास्क पर भाजपा का चुनाव चिन्ह ‘कमल’ बना हुआ था जो चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है। इस चुनाव के नतीजों की गूंज राष्ट्रीय स्तर पर रहने की संभावना है। भाजपा के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस चुनाव का सारा दारोमदरार रोजगार के इर्द-गिर्द आ सिमटा है। इसका एक बड़ा कारण लॉक डाउन के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरी चले जाना है।