देश को दूरसंचार में सी-डॉट जैसी प्रणाली देने वाले और दूरसंचार क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक जाना पहचाना चेहरा सैम पित्रोदा बालाकोट एयर स्ट्राइक पर अपने ब्यान के बाद पीएम मोदी के निशाने पर आ गए हैं। पित्रोदा ने कहा था कि एक देशवासी होने के नाते उन्हें बालाकोट पर जानकारी लेने का अधिकार है, जिसपर मोदी ने पित्रोदा पर पटलवार किया है।
बता दें पित्रोदा पूर्व पीएम राजीव गांधी के संचार सलाहकार रहे हैं और उन्होंने देश में दूरसंचार प्रणाली के विकास में बड़ा रोल निभाया है। पित्रोदा को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता है। पित्रोदा ने बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर कहा था कि इसके बारे में मोदी सरकार को जानकारी देने में हिचक क्यों होनी चाहिए। ”एक देशवासी होने के नाते मेरा अधिकार है कि मैं इस तरह की जानकारी ले सकूँ। और मेरा ऐसा पूछना कोइ पाकिस्तान का हिमायती होना नहीं कहा जा सकता न ही मैं कोइ सबूत मांग रहा हूँ।”
इससे पहले विपक्ष भाजपा और पीएम पर आरोप लगता रहा है कि चुनाव के लिए वो हाल की घटनाओं को इस्तेमाल कर रहे हैं। यही नहीं विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देकर बालाकोट एयर स्ट्राइक पर भी कुछ विपक्षी नेता सवाल उठा चुके हैं।
अब इस मसले पर पित्रोदा और पीएम मोदी आमने-सामने आ गए हैं। पित्रोदा आजकल राहुल गांधी के करीबी हैं और ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन भी हैं। उनके बालाकोट पर सवाल उठाते ही मोदी ने शुक्रवार को एक के बाद एक चार ट्वीट कर पित्रोदा और समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव, जिन्होंने गुरूवार को बालाकोट पर सवाल उठाये थे, के बयानों को जवानों का अपमान करार दिया। इससे पहले पित्रोदा ने कहा – ”पुलवामा और मुंबई जैसी घटनाएं होतीं रहती हैं और इसके लिए हम एक पूरे राष्ट्र को जिम्मेवार नहीं ठहरा सकते। भारत बहुत बड़ा देश है। यह देश तरह की बातों से कमजोर नहीं हो सकता। प्रश्न पूछना डेमोक्रेसी का हिस्सा है। इसमें दुश्मन के साथ खड़े होने जैसी कोइ बात नहीं। अगर मैं सवाल पूछता हूँ तो कोइ इस पर अपसेट क्यों क्यों होना चाहिए। यह मेरा निजी विचार है और पार्टी का इससे कोइ लेना-देना नहीं।”
मोदी ने पित्रोदा को ब्यान को ”एक दरबारी का ब्यान” बताया और कहा की ”यह नया भारत” है और हम आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब देंगे। ”कांग्रेस ने पित्रोदा को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस ने पाकिस्तान नैशनल डे मनाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस राज घराने के वफादार ने मान लिया है कि कांग्रेस आतंकवादी ताकतों को जवाब नहीं देना चाहती थी। यह न्यू इंडिया है और हम आतंकवाद को उसी भाषा में जवाब देंगे जो उसे समझ में आती है।”