लगातार हो रही बारिश के कारण दिल्ली और इसके आसपास के इलाक़ों पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है।
असल में हरयाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है जो कि भारी वर्षा की वजह से इकठ्ठा हो गया था।
इसकी वजह से दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर शनिवार सुबह 10 बजे 204.83 मीटर के निशान तक पहुंच गया था।
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक़ ‘पानी का स्तर और बढ़ेगा’ लेकिन अभी ‘कोई खतरा’ नहीं है’।
मगर आने वाले खतरे को देखते हुए निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
राहत बचाव कार्य दल का गठन किया गया है, जो इन क्षेत्रों का दौरा करके लोगों को संभावित खतरे से जागरूक कर रही हैं।
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर सुबह 10 बजे 204.83 मीटर के निशान तक पहुंच गया। अधिकारी ने कहा कि ‘पानी का स्तर और बढ़ेगा’ लेकिन अभी ‘कोई खतरा’ नहीं है’।
सूत्रों के अनुसार शनिवार सुबह 9 बजे हरियाणा ने हथिनीकुंड बैराज से 2,11,874 क्यूसेक पानी छोड़ा – जिसका उपयोग दिल्ली में पीने के उद्देश्यों के लिए किया जाता है – और बाद में पानी अधिक जारी किया जाएगा। इसके बाद 11 बजे 3,11,190 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक अलर्ट जारी किया था।