भले ही कोरोना के मामले कम हो रहे है, लेकिन दिल्ली के बाजारों और सार्वजनिक स्थानों में लोगों की भीड़ देखकर तो लगता है। कि अगर ऐसे ही रहा तो आने वाले दिनों में कोरोना के मामलें बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। वहीं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डायरेक्टर डाँ रणदीप गुलेरिया भी कोरोना की तीसरी लहर की 4 से 6 सप्ताह के भीतर आने की आशंका जता रहे है।इन्हीं तमाम पहलुओं पर तहलका ने बाजारों में जाकर पड़ताल की और लोगों सेजाना कि आखिर क्यों कोरोना को लेकर लोगों में भय नहीं है। इस पर दिल्ली के शाहदरा के निवासी अश्विनी कुमार ने बताया कि ये बात तो पक्की है। कि कोरोना का कहर लगातार जारी है और आने वाले दिनों में कोरोना के मामले भी बढ़ेगे।लेकिन उनकी मजबूरी ये है। कि कोरोना काल में दो महीने जब लाँकडाउन लगा रहा तब उनका प्लास्टिक का कारोबार बंद रहा है। ऐसे में वे अपने परिवार की रोजी-रोटी के लिये निकल रहे है। इसी तरह अन्य लोगों की यही दास्तान है। जबकि व्यापारियों का कहना है कि अभी कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ही व्यक्त की जा रही है। तब तो लोगों का ये हाल है। सदर बाजार व्यापार एसोसिएय़न के अध्यक्ष राकेश यादव का कहना है कि व्यापारी वर्ग लोगों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की अपील कर रहा है। और साथ ही मास्क भी वितरित कर रहा है। लेकिन लोगों की भीड़ को कैसे काबू की जाये। व्यापारियों का कहना है कि लोगों में इस बात का भय है कि आने वाले दिनों में अगर कोरोना की तीसरी लगर दो महीनें तक चली तो काफी दिक्कत हो सकती है। इसलिये छोटे व्यापारी व अन्य लोग बाजारों से सामान ले जाकर एकत्रित कर रहे यानि जमा कर रहे है।उन्होंने बताया कि रक्षा बंधन का त्योहार आने वाला है। इसलिये बाजारों रौनक है। लेकिन भीड़ भी है।